Bikru Kand: बिकरू कांड में ईडी के गवाह संजय सिंह ने चार अज्ञात लोगों पर जानलेवा हमला करने और पिस्टल तान कर धमकाने का आरोप लगाया. मेडिकल स्टोर से दवा लेकर घर लौटते समय पीड़ित के साथ मारपीट की गई. पनकी बी ब्लॉक निवासी संजय सिंह प्रॉपर्टी डीलर हैं. संजय लंबे समय से बिकरू कांड के आरोपित जय कांत बाजपेई के खिलाफ चल रही ईडी की जांच में गवाह हैं.
संजय ने पनकी के चर्चित प्रॉपर्टी डीलर पर भी कई अवैध संपत्तियों को रखने की शिकायत ईडी से की थी. संजय मेडिकल स्टोर से दवा लेकर घर लौट रहे थे. अभी वह गीता पैलेस के पास ही पहुंचे थे. तभी तीन बाइकों में सवार चार लोगों ने सिर पर डंडा मार दिया. इसके बाद पिस्टल तान कर उन्हें बेरहमी से पीटा गया.पीड़ित की शिकायत पर एडीसीपी वेस्ट और एसीपी कल्यानपुर मामले की जांच करने पहुंचे.
बिकरू कांड में कुख्यात विकास दुबे और उसके खचांची जय बाजपेई की मदद करने वाले पुलिस अफसरों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं.इसी कड़ी में एक पूर्व इंस्पेक्टर रमेश चन्द्र मिश्रा के खिलाफजांच शुरू हो गई है.एडीजी जोन ने आईजी रेंज को मामले में जांच कर विधिक कार्रवाई कराने के निर्देश दिए हैं. साल 2016-2020 तक इंस्पेक्टर रमेश चंद्र मिश्रा ने बजरिया और सीसामऊ थाने में तैनात थे. एडवोकेट सौरभ भदौरिया के मुताबिक उस दौरान इंस्पेक्टर ने जय बाजपेई को पीस कमेटी का सदस्य बनाया था. उसे थाने में सम्भ्रांत नागरिकों की सूची में भी रखा था.
इतना ही नहीं जयकांत बाजपेई के असलहों के लाइसेंस का नवीनीकरण भी इंस्पेक्टर के कार्यकाल में किया गया.एडवोकेट सौरभ भदौरिया ने बताया कि उन्होंने भ्रष्टाचार संगठन में इंस्पेक्टर की शिकायत की थी.सबसे पहले केसी गोस्वामी की जांच में भी इंस्पेक्टर दोषी पाया गया था.एडवोकेट के मुताबिक भ्रष्टाचार संगठन ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की. इसके बाद एडवोकेट ने मुख्यमंत्री के यहां जाकर शिकायत दर्ज कराई थी. मुख्यमंत्री के यहां से मामले में कार्रवाई कराने के लिए एडीजी जोन भानू भास्कर के यहां निर्देश भेजे गए. इसके बाद एडीजी जोन ने आईजी रेंज प्रशांत कुमार को जांच कराकर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
रिपोर्ट : आयुष तिवारी