पटना. बिहार में सरकारी कर्मचारियों द्वारा प्रमंडल, जिला, अनुमंडल और प्रखंड स्तर पर बिहार बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम (बीबीएएस) को फेल करने की कोशिश की जा रही है. कहीं पर कर्मचारी मशीन को खराब कर रहे हैं, तो कहीं पर एक ही कर्मचारी अपनी कई अंगुलियों का प्रयोग कर अपने अधिकारियों- साथियों की उपस्थित दर्ज कर रहे हैं.
इस पर अंकुश लगाने के लिये मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने सभी कमिश्नर, रेंज आइजी, डीआइजी और डीएम, एसएसपी- एसपी को पत्र भेजा है. मुख्य सचिव द्वारा जारी किये गये इस पत्र में बीबीएएस प्रणाली को प्रभावी बनाने के लिये लगातार निगरानी तथा दोषी कर्मचारी- अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई करने के आदेश दिया हैं.
मुख्य सचिव ने बिहार बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम की खूबियों का जिक्र करते हुए कहा है कि क्षेत्रीय कार्यालयों में उपस्थिति दर्ज कराने की नवीन व्यवस्था का असफल करने का प्रयास किया जा रहा है. कर्मचारी द्वारा एक से अधिक अंगुली का प्रयोग कर दूसरे अधिकारी- कर्मचारियों की उपस्थित को दर्ज करना अपराध है. सरकारी सेवक नियमावली के तहत इस पर कार्रवाई की जा सकती है.
Also Read: पटना के साइबर अपराधियों ने कारोबारी से ठगे दस लाख रुपये, दिल्ली की साइबर क्राइम टीम पहुंची पटना
बायोमेट्रिक मशीन के खराब होने पर इनका संरक्षण करने वाली एजेंसी के कर्मचारी मौके पर जाकर उसे ठीक करते हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस और प्रशासन के जिला स्तरीय कुछ कार्यालयों में निजी कंपनी की तकनीकी टीम पहुंची तो कर्मचारियों ने उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया. तकनीकी टीम ने अपनी जांच में पाया कि एक से दूसरी फिंगर के टच होने का अंतराल पांच सेेकेंड से भी कम था. सामान्य रूप में यदि लाइन में लगकर उपस्थित दर्ज करा रहे हैं तो भी यह अंतराल 10 से 15 सेकेंड हो सकता है.