आज से शारदीय नवरात्र (Navratri 2022) शुरू हो रहा है. सूर्योदय के बाद कलश स्थापना कर मां की आराधना शुरू हो जायेगी. पांच अक्तूबर को पूजा का समापन होगा. वाराणसी व बांग्ला पंचांग के अनुसार मां का आगमन गज (हाथी) पर हो रहा है. यह सुख और समृद्धि का प्रतीक है. अलग-अलग
महालया के साथ राजधानी में दुर्गोत्सव( Durga Puja 2022) का शंख बज उठा. रविवार सुबह बंग समुदाय ने रेडियो पर वीरेंद्र कृष्ण भद्रा के महालया पाठ का श्रवण किया. साथ ही पितृ पुरुष और जीव कुल के प्रति जल और पिंडदान कर तर्पण का धार्मिक अनुष्ठान पूरा किये. इसी के साथ दुर्गा पूजा की शुरुआत और पितृपक्ष का समापन हो गया. महालया को खास बनाने के लिए रविवार की शाम बांग्ला मंडपों में महिषासुर मर्दिनी नृत्यनाटिका का मंचन हुआ. श्रद्धालुओं ने दो वर्ष बाद जीवंत मंचन देखा.
रांची के अलकापुरी शिव मंदिर से रविवार को कलश शोभायात्रा निकाली गयी. शोभायात्रा में 101 महिलाएं शामिल हुई. रातू रोड दुर्गा मंदिर में मुख्य कलश की पूजा हुई़. इसके बाद शोभायात्रा पहाड़ी मंदिर परिसर पहुंची. इसमें दिलीप गुप्ता, सुनील चौधरी, इंदर देव, वीरेंद्र सिंह, चंद्रदेव सिंह, सुनील कुमार, संतोष सिंह, दिलीप चौधरी, सुबोध साहू, ललिता देवी, चंपा देवी, मोनू विश्वकर्मा, राजेश सिंह, अजय कुमार शामिल हुए़
इधर, मजलिस के तत्वावधान में रविवार को मेकन कम्युनिटी हॉल में महालया पर सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ. विहान क्लब के सदस्यों ने सामूहिक गीत व नृत्य प्रस्तुत किया़ कलाकारों ने मां दुर्गा की स्तुति की इसके बाद जागो तुमि जागो… शीर्षक गीत पर नृत्य किये. इस अवसर पर रूद्रनाथ साहा, अमृता सिन्हा आदि मौजूद थे.
रविवार को श्री अग्रसेन जयंती महोत्सव सह 46वां वार्षिकोत्सव मनाया. मुख्य अतिथि मारवाड़ी सहायक समिति के अध्यक्ष अशोक नारसरिया और अग्रवाल सभा के अध्यक्ष नंदकिशोर पाटोदिया ने कहा कि महाराजा अग्रसेन समाजवाद के सच्चे प्रवर्तक थे. उनके आदर्शों को स्थापित करने की आवश्यकता है. इस अवसर पर अग्रसेन भवन में बच्चों के बीच फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता हुई.
सेल सैटेलाइट टाउनशिप में इस वर्ष दुर्गापूजा (Durga Puja 2022) पंडाल में आत्मनिर्भर भारत की झांकी दिखेगी. यह निर्णय मुख्य महाप्रबंधक संजय परीदा की अध्यक्षता में हुई पूजा समिति की बैठक में लिया गया. श्री परीदा ने कहा कि सेल का हर इस्पात संयंत्र जैसे बोकारो, भिलाई, राउरकेला, दुर्गापुर, बर्नपुर आदि आत्मनिर्भर भारत में अपने-अपने योगदान का प्रस्तुतीकरण करेगा