Bihar Politics: बिहार में सियासी उलटफेर से जदयू(JDU) और भाजपा (BJP) की राह अलग-अलग होने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) पहली बार बिहार दौरे पर आए. उन्होंने पूर्णिया में रैली की तो किशनगंज में कई बैठकों में हिस्सा लिया. इस दौरान जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) का जिक्र भी उन्होंने अपने संबोधन में कर दिया जिसके बाद ललन सिंह की ओर से प्रतिक्रिया आई और अब दोनों खेमे से बयानबाजी तेज हो गयी है.
गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्णिया की जनभावना सभा को संबोधित करते हुए ललन सिंह को निशाने पर ले लिया. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने एक नये-नये नेता बनाए हैं ललन सिंह को. सीबीआई और चारा घोटाला को लेकर अमित शाह ने ललन सिंह को घेरा. वहीं इस बयान के बाद जदयू खेमे में खलबली मच गयी और ललन सिंह ने भी पलटवार किया.
ललन सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अमित शाह को क्या मालूम की मैं कब नेता बना. अमित शाह खुद यह बताए कि वो कब नेता बने. अपना परिचय वो दें कि राजनीति में वो कब से आए. ललन सिंह ने कहा कि मैं 1974 के आंदोलन से आया हूं. अमित शाह की सर्टिफिकेट की जरुरत नहीं. हम छात्र आंदोलन से नेता हैं और जेपी आंदोलन से आए हैं. जदयू ने अमित शाह को विपक्षी एकता से घबराया हुआ बताया.
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भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने रविवार को भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस करके कहा कि ललन सिंह अपनी चिंता करें. वह डरकर मुंगेर छोड़कर कहीं और जाकर ना चुनाव लड़ने लग जाएं. उन्होंने कहा कि ललन सिंह जहां-जहां बुलाएंगे, अमित शाह वहां-वहां जाकर सभा करेंगे. नालंदा में भी उनकी सभा होगी और दावा किया कि इस सीट से भी भाजपा जीतेगी. उधर भाजपा सांसद सुशील मोदी और ललन सिंह भी एक दूसरे पर हमलावर हैं.
Posted By: Thakur Shaktilochan