रांची: कोल इंडिया के कर्मियों के परफॉर्मेंस लिंक्ड रिवार्ड (बोनस) पर फैसला 28 सितंबर को होगा. बोनस की बैठक पहली बार रांची में हो रही है. इसमें कोल इंडिया प्रबंधन के साथ-साथ मजदूर प्रतिनिधि भी हिस्सा लेंगे. बैठक सीएमपीडीआइ में रखी गयी है. कोयला मजदूर यूनियन के प्रतिनिधि एक लाख रुपये बोनस देने की मांग कर रहे हैं. बीते साल पूजा के मौके पर कोल इंडिया के कर्मियों को 72,500 रुपये बोनस मिला था. कंपनी के 2.35 लाख कर्मियों को बेहतर बोनस मिलने का इंतजार है. पूजा से पहले कोयला कर्मियों को वेतन का भुगतान होता रहा है.
इसको लेकर कंपनी स्तर पर विशेष आदेश भी जारी किया गया है. यूनियन के सदस्य करीब 85,000 हजार रुपये बोनस के लिए कंपनी पर दबाव बनायेंगे. कई यूनियनों ने तो कोरोना काल में किये गये कार्यों को देखते हुए एक लाख रुपये प्रति कर्मी बोनस देने की मांग की है.
बोनस को लेकर आयोजित बैठक में प्रबंधन और ट्रेड यूनियनों के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे. बैठक 11 बजे से होगी. यह जानकारी ट्रेड यूनियन सदस्यों को दे दी गयी है. यूनियन से बीएमएस से सुधीर गुरडे, जयनाथ चौबे, एचएमएस से नाथूलाल पांडेय और शिवकांत पांडेय, एटक से रमेंद्र कुमार तथा सीटू से डीडी रामांदन हिस्सा लेंगे.
सीसीएल ने वित्त विभाग को कहा है कि सितंबर माह का वेतन और बोनस एक अक्तूबर को हर हाल में कर्मियों को मिल जाना चाहिए. इसको लेकर कंपनी इपीआर टीम की बैठक हो चुकी है. इसमें कहा गया है कि 25 सितंबर के पांच बजे शाम तक काम करनेवाले कर्मियों की उपस्थिति दर्ज कर लें. इसके आधार पर अनुपस्थिति बनायी जायेगी. 29 सितंबर तक सभी कर्मियों के छुट्टी की सूची भी संबंधित साइट पर अपलोड कर देना है. 30 सितंबर को वेतन भुगतान का ड्राइ रन भी कर लेना है. इसमें अन्य भत्तों को नहीं जोड़ा जायेगा.
साल बोनस
2012 26000
2013 31500
2014 40000
2015 48500
2016 54000
साल बोनस
2017 57000
2018 60500
2019 64700
2020 68500
2021 72500
सीसीएल के सर्वे संवर्ग के तीन कर्मचारियों को अधिकारी बनाया गया है. इनमें सुब्रतो रॉय, संजीव कुमार देब गुप्ता तथा केदारनाथ पांडेय हैं. लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के आधार पर उनको अधिकारी बनाया गया. साथ ही उनका तबादला एसइसीएल कर दिया गया है.