विकाश कुमार
बिहार सरकार के कृषि मंत्री सुधार सिंह (Agriculture Minister Sudhakar Singh)ने एक बार फिर अपनी सरकार पर भड़क गए. भगवानपुर में उन्होंने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों की पीड़ा के साथ अपने को जोड़ते हुए उसपर बोलते हैं तो पटना और दिल्ली में सत्ता में बैठे लोगों की कुर्सी हिलने लगती है. सरकार में बैठे लोगों की बेचैनी बढ़ने लगती है. वे दबाव बनाने लगते हैं और कहते हैं कि इस्तीफा दो. मैं कहता भी हूं कि जरूरत है तो इस्तीफा ले लो. अगर आपको लगता है कि मैं इस्तीफा नहीं दे रहा हूं. मुझे सत्ता का लोभ हो गया है तो आप के कलम में ताकत है मुझे बर्खास्त कर दो.
कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने रविवार को अपने गृह जिले कैमूर के भगवानपुर में आयोजित किसान गोष्ठी में कही. उन्होंने एक बार फिर अपने ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया. साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि कृषि विभाग के अधिकारी खासकर मापतौल वाले लाइसेंस देनेके नाम पर 25 से 50 हजार रुपये की वसूली करते हैं. आपसे मेरे विभाग का कोई अधिकारी अगर पैसा मांगते हैं तो उसे जूते से पीटिए। जो होगा मैं देख लूंगा. उसी तरह से खाद लेने में भी दुकानों पर किसानों को लंबी लंबी लाइनें लगानी पड़ती थी.
जब से मैं मंत्री बना हूं तब तक इनसब चीजों पर रोक लगाने के लिए पूरी सख्ती से काम कर रहा हूं. लेकिन इतना तय है कि अगर आपलोग चाहते हैं कि वसूली करनेवाले अधिकारी या अधिक पैसा लेनेवाले दुकानदारों पर कार्रवाई हो तो इसके लिए आपलोगों को उन अधिकारियों व दुकानदारों के खिलाफ गवाही देनी होगी. अगर आप अधिकारियों व दुकानदारों के खिलाफ शिकायत या गवाही नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ कैसे कार्रवाई होगी.