मनुस्मृति में स्पष्ट लिखा है-
यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः ।
यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफलाः क्रियाः।।
यह है कि जहां नारियों की पूजा होती है. वहां, देवता वास करते हैं .वहीं, जहां नारियों की पूजा नहीं होती है, उनका सम्मान नहीं होता है. उस स्थान पर किए गए समस्त अध्यात्म और अच्छे कर्म सफल नहीं होते हैं. बिटिया दिवस हर साल सितंबर माह के अंतिम रविवार को मनाया जा रहा है. इस साल ये दिन 25 सितंबर को मनाया जा रहा है. बेटी दिवस यानी डॉटर्स डे के मौके पर लोग अपनी बहू और बेटी को इस खास दिन की शुभकामनाएं देते हैं. हम आपके लिए लेकर आए हैं ऐसे ही कोट्स जो आप आपनी बेटियों को इस खास मौके पर भेज सकते हैं.
बेटियाँ घर आँगन और परिवार की बहार हैं, सारी सृष्टि का आधार हैं.बेटियों का सम्मान और संरक्षण संपूर्ण मानव समाज का पहला उत्तरदायित्व हो इसी भावना के साथ बेटी दिवस (डॉटर्स डे) की बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामनाएं.
बेटियों का अपमान समाज के पतन का कारण बनता है.
ऐसे युगपुरुष को हमारा नमन
हर बेटी अपने पिता के लिए परी का रूप होती है.
बिन पंख होते हुए भी प्यारी बिटिया अपने पापा की बगिया से एक दिन उड़ ही जाएगी
हर कोख में बेटी यही कहे पुकार , हम बेटियों की क्यू अनदेखी करे ये संसार
बेटियों से आबाद होती है घर परिवार, अगर ये न होती तो थम जाता संसार
एक पिता तब तक अधूरा है जब तक उसे न मिले करने को कन्यादान
मेरा बेटा तब तक मेरे साथ है जबतक उसको पत्नी नहींं मिल जाती है, लेकिन मेरी बिटिया मेरे मरते दम तक है.
मेरी बिटिया तुम मेरे लिए खास है तुम किसी से कम नही ये हमे अहसास है
जहां मानवता मर जाती है वही तो बेटियों का गला गर्भ में ही घोट दिया जाता है
जैसी बेटियों को संस्कार देंगे वैसे ही समाज का निर्माण करेगे
बेटे तो सिर्फ एक घर चलाते है लेकिन, बेटियां दो दो घरो को स्वर्ग बनाती है
यदि समाज को शिक्षित करना है तो सबसे पहले बेटियों को शिक्षित करो
बेटियों का भविष्य जैसा होंगा वैसा ही हमारे समाज का भविष्य होंगा
बेरंग घर को भी खुशी से भर देती है ये बेटिया
खुद टूटकर भी परिवारों को जोडती है बिटिया
कोई परिवार तब तक ही खुश रह पाता है जब तक की ये बेटियां खुश रह पातीं है.
खुद संतोष कर घर में खुशियां बिखेरती है ये बेटियां.
खुद दुखों के दर्द को सहकर भी परिवार में खुशियां बिखेरती है ये प्यारी बेटियां.
बेटी जन्म पर रोक न लगाओ, बेटी पैदा होने की खुशियां मनाओ.
बेटियां परिवार में संगीत की तरह है जब तक है तब तक लोग आनन्द का अनुभव प्राप्त करते है.
लड़कियां खिलौना नहीं होती, पापा बस प्यार से गुड़िया कहते है
हजारो रंग है जिंदगी में, उनमे सबसे खूबसूरत रंग होती है बेटियाँ