Magadh University में तीन साल से पेंडिंग रिजल्ट को लेकर छात्रों ने शुक्रवार को पटना में मार्च निकाला. सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राएं राजभवन की ओर मार्च करते हुए प्रदर्शन करने के लिए जा रहे थे. पुलिस ने छात्रों को इको पार्क के पास रोक दिया. इसके बाद उन्हें पीछे जाने के लिए खदेड़ दिया. पुलिस के द्वारा रोके जाने से नाराज छात्रों ने सड़क पर जमकर हंगामा शुरू कर दिया और रोड पर ही बैठ गए. कुछ छात्राएं रोते हुए पुलिसवालों के पैर को पकड़ लिया. वो राज्यपाल से मिलने की जिद कर रही थीं. कई छात्राएं पुलिस वालों के सामाने आत्महत्या करने की चेतावनी दे रही थी.
सड़क पर प्रदर्शन कर रहे Magadh University के छात्रों ने बताया कि हमारा सेशन तीन साल लेट हो गया है. विवि अगर समय पर रिजल्ट दे देती तो हमारा अभी पीजी भी खत्म हो गया होता. मगर तक ग्रेजुएशन का रिजल्ट भी नहीं मिला है. विवि का चक्कर लगाते लगाते थक गए हैं. हमलोग के सामाने ऐसी नौबत आ गयी है कि आत्महत्या के अलावा कोई चारा नहीं बचा है. एक छात्रा ने बताया कि स्नातक पूरा नहीं होने के कारण उसे पीजी में एडमिशन प्रवेश परीक्षा पास करने के बाद भी नहीं मिला. विवि की गलती की सजा छात्रों को मिल रही है. ऐसे में विवि के वीसी के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की जाती.
सड़क पर प्रदर्शन कर रहे एक छात्र ने कहा कि तेजस्वी यादव कहते हैं कि युवाओं के भविष्य, रोजी-रोजगार के लिए काम कर रहे हैं. मगर जब डिग्री ही नहीं मिलेगी तो नौकरी कौन देगा. विवि में स्थायी कुलपति तक नहीं हैं. चार्ज में काम चल रहा है. गौरतलब है कि विवि के 2017 से 2020 के सेशन का रिजल्ट अभी तक लंबित है. 2021 के फर्स्ट ईयर का रिजल्ट भी अभी तक नहीं आया है. दो महीने पहले भी छात्रों ने हंगामा किया था.