नवरात्रि का अखंड दीपक केवल पीतल या मिट्टी के दीयों में ही जलाना चाहिए. दीपक जलाने के बाद कभी भी जमीन पर नहीं रखना चाहिए.
दीपक हवा से बुझे नहीं इसके लिए जाली या कांच से बनी चिमनी का उपयोग कर सकते हैं.
अखंड ज्योति का बुझना शुभ नहीं माना जाता है. याद रहे इस दीपक को नौ दिन तक जलते रहना चाहिए.
कॉटन स्वैब का इस्तेमाल करें. दीपक की लौ को हवा से दूर रखना चाहिए. इसमें घी या तिल का तेल मिलाते रहें. इसकी आंच को तेज करते रहें.
अखंड दीपक को साफ हाथों से ही छूना चाहिए. नौ दिनों तक ब्रह्मचर्य का पालन करें.
जब नौ दिन पूरे हो जाएं तो अखंड दीप को स्वयं न बुझाएं. इसे अपने आप बंद होने दें. दीपक को बुझाना भी अशुभ माना जाता है.
नवरात्रि के 9 दिनों के दौरान सात्विक भोजन ही करें.