भागलपुर, नाथनगर नमन चौधरी: दुर्गा पूजा के मौके पर नाथनगर का प्रसिद्ध रामलीला पहली पूजा के दो दिन पहले यानी कल से शुरू हो जायेगा. इसको लेकर आनंद रामलीला कमिटी, अजमेरीपुर बैरिया के कलाकार गांव में रिहल्सल करना शुरू कर दिये है.
कलाकार दिनभर मजदूरी व पढ़ने वाले छात्र पढ़ाई करते हैं और शाम से रिहल्सल में पहुंच जाते हैं. रामलीला के महंत के सानिध्य में घंटो रामायण का अध्ययन व रामलीला में अपनी-अपनी भूमिका की तैयारी कर रहे हैं. रामायण के अनुसार राम, सीता, हनुमान, भरत, शत्रुध्न, रावन, दशरथ आदि लोग अपनी-अपनी भूमिका की तैयारी कर रहे हैं. साथ में ढोलक, हारमोनियम पर गीत-भजन भी चल रहा है. यहां रिहल्सल करने के बाद कलाकार रामलीला को नाथनगर के सैंकड़ों लोगों के सामने प्रदर्शित करेंगे और वाहवाही बटोरेंगे.
रामलीला में कुछ कलाकार मेहनत करने वाले हैं तो कुछ पढ़ने वाले भी है. नये युवाओं को भी रामलीला के माध्यम से आध्यात्म व कलाकारी से जोड़ा जा रहा है ताकि परंपरा बरकरार रहे. राम की भूमिका निभाने वाले सुखनंदन का इसबार पॉलटेक्निक फाइनल हो गया है, वे अब आगे की तैयारी करेंगे. सीता की भूमिका निभाने वाले बीए सौरव पार्ट का छात्र है. हनुमान बीजो मंडल किसान और पशुपालक है. रावन की भूमिका निभाने वाले सुबोध मंडल डीजल पंप व मेशनरी मेकेनिक है, शेष अधिकतर कलाकार मेहनत मजदूरी करने वाले हैं. कलाकारों ने बताया कि जिस हिसाब से वे मेहनत कर कला दिखाते हैं, उसे वैसी मजदूरी नहीं मिलती है. रात-दिन एक कर बारह दिन तक कला दिखाते हैं और प्रत्येक व्यक्ति को ढ़ाई-तीन हजार ही मिल पाता है. उससे किताब, कॉपी खरीदना, दशहरा का कपड़ा व कलाकारी की सामग्री खरीदना सब कुछ संभव नहीं हो पाता है.
नाथनगर के प्रसिद्ध मनसकामना नाथ मंदिर में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित होती है. सीटीएस में विजयादशमी के मौके पर भव्य मेला लगता है. इसको लेकर गोलदारपट्टी में करीब सौ वर्ष से रामलीला का आयोजन किया जाता है जो इलाके का प्रसिद्ध है. कलाकार रामलीला को इतने अच्छे से प्रस्तुत करते हैं कि देखने वालों की भारी भीड़ जुट जाती है. करीब सात आठ पूजा तक गोलदारपट्टी में रामलीला चलता है फिर ये उठकर सीटीएस पहुंच जाता है जहां रावन दहन का भव्य कार्यक्रम होता है. डीएम एसपी के हाथों रावण दहन होता है. वहां भी कलाकार अपनी कला प्रस्तुत करते हैं