पटना. डेंगू का संक्रमण पटना में थमने का नाम नहीं ले रहा है. बुधवार को तीन सरकारी अस्पतालों में हुई जांच में डेंगू के 51 नये मरीज मिले. इनमें पीएमसीएच में 24, एनएमसीएच में 19 और आइजीआइएमएस में 10 मरीज मिले. वहीं सिविल सर्जन कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक जिले में इस सीजन में अब तक डेंगू मरीजों की संख्या 493 हो गयी है.
पटना जिले में बीते 10 दिनों के अंदर डेंगू के मामले बढ़ कर ढाई गुने से अधिक हो गये हैं. सिविल सर्जन कार्यालय से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक 10 दिन पहले 11 सितंबर तक डेंगू के 189 मरीज मिले थे, वहीं यह संख्या बढ़ तक 21 सितंबर को 493 हो गयी गयी. इनमें अधिकतर मरीजों का इलाज पीएमसीएच, आइजीआइएमएस, एनएमसीएच और पटना एम्स में चल रहा है, जबकि बाकी मरीज प्राइवेट अस्पताल में भर्ती हैं. हल्के लक्षण वाले मरीज होम आइसोलेट हैं. वहीं स्वास्थ्य विभाग व नगर-निगम के अधिकारियों का कहना है कि डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार सर्वे कर लार्वा को नष्ट कर रही है. इनमें सफाई का जिम्मा लेने वाली निजी कंपनी के कर्मियों को भी निर्देश जारी किया गया है.
सिविल सर्जन डॉ केके राय ने बताया कि जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व अनुमंडलीय अस्पतालों में प्रभारी चिकित्सकों को डेंगू के प्रति अलर्ट कर दिया गया. डॉक्टरों को आदेश जारी दिया गया है कि किसी भी मरीज में अगर हल्के भी लक्षण मिलते हैं, तो उसको डेंगू का टेस्ट कराया जाये. स्वास्थ्य केंद्रों में डेंगू से संबंधित दवाएं उपलब्ध करा दी गयी हैं.
डेंगू एवं चिकनगुनिया की रोकथाम के गंभीर रूप से प्रभावित पटना जिले में 360 दिन तक एडीज मच्छर के लार्वा की जांच होगी. कम प्रभावित 17 जिलों में 120 दिन तक जांच अभियान चलेगा. शेष जिलों में 60 दिन तक एडिस मच्छर के लार्वा की जांच की जायेगी. इस वर्ष राज्य में डेंगू का बढ़ते प्रकोप को देखते हुए यह कदम उठाया गया है. स्वास्थ्य विभाग ने निर्णय लिया है कि डेंगू और चिकनगुनिया को रोकने के लिए प्रभावित सभी जिलों में घर-घर जाकर एडीज मच्छर के प्रजनन स्थल से लार्वा की खोज की जाये.
Also Read: पटना में सनकी पिता ने सो रही बेटी और पत्नी पर पेट्रोल डाल जिंदा जलाया, मृतका की होने वाली थी शादी
वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ विनय कुमार शर्मा ने बताया कि इस अभियान को अमलीजामा पहनाने के लिए आशा कार्यकर्ता व आशा फेसिलिटेटर को यह जिम्मेदारी सौंपी गयी है. डेंगू व चिकनगुनिया से प्रभावित 17 जिलों में 120 दिन तक घर-घर जाकर जांच अभियान चलाया जायेगा. इसमें नालंदा, नवादा, मुंगेर, भागलपुर, भोजपुर, गया, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, सारण, वैशाली, पश्चिमी चंपारण, मधेपुरा, औरंगाबाद, सीवान, सीतामढ़ी व दरभंगा शामिल हैं