Jharkhand News: पलामू जिला अंतर्गत हरिहरगंज नगर पंचायत क्षेत्र के अररुआ खुर्द मोतीराज कॉलेज के समीप बिहार बिहारणी प्रमोद वन बड़ी कुटिया मठ की जमीन कब्जा मामले का विरोध जताते हुए बुधवार को भी हरिहरगंज बाजार बंद रहा. वहीं, दुर्गा मंदिर चौक के समीप शहरवासियों ने धरना दिया. इससे पहले सैकड़ों की संख्या में विभिन्न राजनीतिक दल तथा सामाजिक संगठनों के सदस्यों के साथ लोग बंद के समर्थन तथा कब्जा करने वालों तथा प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए शहर का भ्रमण किया. वहीं, दूसरे पक्ष के सरोज प्रसाद और शिवनंदन यादव ने इस जमीन का केवाला कराने की बात कही है.
मामला कोर्ट में विचाराधीन, तो कब्जा का प्रयास नियम संगत नहीं
धरना स्थल पर वक्ताओं ने आरोप लगाया कि सरोज प्रसाद, शिव यादव तथा व्रजेश जायसवाल द्वारा अवैध रूप से मठ की जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है. जिसमें कुछ प्रशासनिक अधिकारी भी परोक्ष रूप से सहायता कर रहे हैं. वक्ताओं ने कहा कि जब उक्त जमीन का मामला कोर्ट में विचाराधीन है, तब उस पर कब्जा करने का प्रयास नियम संगत नहीं है. इससे हमसभी लोग मिलकर सफल नहीं होने देंगे.
गिरफ्तार करने की मांग
धरना स्थल पर वैध विगहा के निरंजन यादव, बंजारी के अंजू कुंवर, सतगावां के रंजन साव तथा अररुआ खुर्द के अरुण प्रसाद गुप्ता ने सरोज प्रसाद तथा शिव यादव पर जमीन की हेराफेरी करने का आरोप लगाया. धरना के दौरान लोगों ने इस जमीन स्थापित बजरंग बली की प्रतिमा का पूजा करने देने तथा जमीन को लेकर गैरकानूनी तरीके से हक जताने वाले लोगों को गिरफ्तार करने की मांग की है. वहीं, मौके पर भोला गुप्ता, महादेव यादव, बुधन सिंह यादव, राजीव रंजन, विश्वदीप कुमार, कृष्णा कुमार सिंह, कमलेश कुमार यादव, कृष्ण कुमार क्रांतिकारी, जेपी गुप्ता, विनय जायसवाल, अखिलेश विश्वकर्मा, पवन कुमार, ओमप्रकाश चंद्रवंशी, अशोक जायसवाल, सोनू जायसवाल, अरबिंद पासवान सहित सैकड़ो की संख्या में लोग मौजूद थे.
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पूर्व विधायक ने थाना प्रभारी को निलंबित करने की मांग की
इस संबंध में हरिहरगंज-हुसैनाबाद के पूर्व विधायक सह आजसू के केंद्रीय उपाध्यक्ष कुशवाहा शिवपूजन मेहता ने अपने हरिहरगंज स्थित आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि मठ मामले में पुलिस द्वारा निर्दोष लोगों पर फर्जी मुकदमा दर्ज की गयी है. जिसकी कड़ी शब्दों में निंदा की जाती है. कहा कि इस मामले में अगर पुलिस सक्रियता दिखाती, तो आज विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न नहीं होती. और न ही लोगों को आंदोलन करने को बाध्य होना पड़ता. उन्होंने पलामू एसपी से मांग करते हुए कहा कि निर्दोष लोगों को फर्जी मुकदमे से नाम वापस लेने तथा थाना प्रभारी निर्भय कुमार सिंह को निलंबित करने की मांग की है.