मनोहर कुमार, धनबाद
Coal India News: कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनी बीसीसीएल में लगभग 34000 कर्मी कार्य करते हैं. इनमें ऐसे कर्मी भी हैं, जिन्हें कंपनी बिना काम लिये सैलरी समेत तमाम सुविधाएं मुहैया कराती है. कंपनी की नजर में ये कर्मी सरप्लस हैं. बीसीसीएल द्वारा वित्त वर्ष 2022-23 के मैनपावर बजट के जारी आंकड़े कहते हैं कि कंपनी में 9,827 कर्मचारी सरप्लस यानी जरूरत से अधिक हैं. मतलब वर्तमान में स्वीकृत पद से कहीं ज्यादा कर्मी कार्यरत हैं.
सरप्लस कर्मचारियों पर सालाना 700 करोड़ खर्च
कंपनी इन पर हर माह 55-60 करोड़ रुपये खर्च करती है. यह सालाना औसतन खर्च करीब 700 करोड़ रुपये है. बताते चलें कि 388वीं बोर्ड मीटिंग में बीसीसीएल ने अपने यहां कार्यरत सरप्लस मैनपावर को कम करने पर चर्चा की थी. ऐसे कर्मियों को वीआरएस देने के अलावा कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनियों में तबादला करने की बात कही गयी थी. कंपनी की मानें तो एनसीएल, एसइसीएल व एमसीएल सहित अन्य कंपनी में तबादले के इच्छुक कर्मियों से आवेदन मांगा गया है. जनरल मजदूर वर्ग के करीब 2000 कर्मियों को सुरक्षा गार्ड बनाने की प्रक्रिया चल रही है.
काम नहीं, बैठकर उठा रहे हैं वेतन
सरप्लस मैनपावर में सर्वाधिक 4,576 कर्मी जनरल मजदूर वर्ग के हैं. बरोरा एरिया को छोड़ लगभग सभी एरिया में जनरल मजदूर सरप्लस हैं. वित्तीय वर्ष 2022-23 के आंकड़ों के मुताबिक, बीसीसीएल के कतरास एरिया में सर्वाधिक 1952 सरप्लस मैनपावर है, जबकि बस्ताकोला एरिया में 1797, पीबी एरिया में 1428, इजे एरिया में 1182, कुसुंडा एरिया में 1147 व लोदना एरिया में 1127 सरप्लस मैनपावर है. वहीं कंपनी मुख्यालय कोयला भवन में 69, बरोरा एरिया में 375, ब्लॉक-टू एरिया में 193 तथा डब्ल्यूजे एरिया में 323 कर्मी जरूरत से कम है.
किस वित्त वर्ष में कितना मैनपावर सरप्लस
वित्त वर्ष सरप्लस मैनपावर
2022-23 9,827
2021-22 10,620
2020-21 7,387
2019-20 3,000
2018-19 4,004
किस एरिया में कितना सरप्लस मैनपावर
एरिया सरप्लस मैनपावर
बरोरा -375
ब्लॉक-टू -193
गोविंदपुर 575
कतरास 1952
सिजुआ 510
कुसुंडा 1147
पीबी 1428
बस्ताकोला 1797
लोदना 1124
इजे 1182
सीवी 681
डब्ल्यूजे -323
वाशरी डिवीजन 391
मुख्यालय -69
कुल 9827
किस एरिया में कितने सरप्लस जनरल मजदूर
एरिया मैनपावर स्वीकृत सरप्लस
बरोरा 219 255 -36
ब्लॉक-टू 162 108 54
गोविंदपुर 637 170 467
कतरास 730 152 578
सिजुआ 330 123 207
कुसुंडा 645 135 510
पीबी 402 92 310
बस्ताकोला 834 160 674
लोदना 697 127 570
इजे 359 101 258
सीवी 505 122 383
डब्ल्यूजे 212 137 75
वाशरी डिवीजन 197 77 120
मुख्यालय 638 232 406
कुल 6567 1991 4576
क्या कहते हैं जिम्मेदार
कर्मचारी काम करने को तैयार हैं, लेकिन प्रबंधन काम नहीं लेना चाहता है. डीजीएमएस का हवाला देकर जान-बूझकर एक के बाद एक अंडरग्राउंड माइंस बंद कर दी गयी. यही कारण है कि कंपनी का मैनपावर सरप्लस है.
रामधारी, महामंत्री, डीसीकेएस
वर्तमान सरकार की नीति के कारण बीसीसीएल में कर्मचारियों को सरप्लस बताया जा रहा है, जबकि कंपनी को एक लाख से अधिक कर्मचारियों की आवश्यकता है. बंद खदानों को खोल दिया जाये तो की बहाली करनी पड़ेगी.
एके झा, केंद्रीय सचिव, इंटक
आउटसोर्सिंग में वृद्धि से मैनपावर सरप्लस हुआ है. कर्मचारी काम करने को इच्छुक हैं. माइंस बंद कर आउटसोर्स किया जा रहा है. संसाधन मुहैया हो तो कर्मी आउटसोर्सिंग से ज्यादा उत्पादन करेंगे. कोयला की चोरी भी रुकेगी.
अरूप चटर्जी, जेबीसीसीआइ सदस्य सह महामंत्री, बीसीकेयू