Dhanbad News: धनबाद पब्लिक स्कूल, हीरक ब्रांच में मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आयी है. स्कूल की नौवीं कक्षा की एक छात्रा को क्लासरूम में माहवारी शुरू हो गयी, लेकिन स्कूल की शिक्षका ने उसे तब तक सैनिटरी पैड नहीं दी, जब तक उसने 10 रुपये नहीं दिए. इस दौरान स्टॉफ रूम से क्लास रूम के बीच चक्कर लगाना पड़ा. छात्रा की स्थिति लगातार खराब हो रही थी, लेकिन शिक्षिका पैसे के लिए उसे दौड़ाती रही. यह घटना 16 सितंबर की है. मंगलवार को छात्रा के अभिभावक ने जिला शिक्षा पदाधिकारी भूतनाथ राजवार, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग और महिला आयोग से शिकायत की है.
डीईओ से की लिखित शिकायत
छात्रा की माता ने डीइओ को दी लिखित शिकायत में बताया कि उनकी पुत्री धनबाद पब्लिक स्कूल हीरक ब्रांच में कक्षा नौवीं ए में पढ़ती है. 16 सितबंर को जब वह क्लासरूम में थी. तभी उसकी माहवारी शुरू हो गयी. इसकी सूचना उसने क्लासरूम में मौजूद शिक्षिका को दी. शिक्षिका ने उसे स्टॉफ रूम में एक दूसरी शिक्षिका के पास भेज दिया. जब वह स्टॉफ रूम में जाकर उस शिक्षिका से मिलकर सैनिटरी पैड देने का अनुरोध किया, तब उस शिक्षिका ने उससे पहले 10 रुपये देने के लिए कहा. तब छात्रा ने उस शिक्षिका को बताया कि उसकी स्थिति खराब हो रही है. इसलिए वह पहले पैड दे दें, फिर वह क्लासरूम से 10 रुपये ला कर दे देगी, लेकिन शिक्षिका ने उसे छिड़कते हुए कहा कि नियम है कि बिना पैसा दिए पैड नहीं दिए जाएं. नहीं तो बाद में छात्राएं पैसा नहीं देती हैं. शिक्षिका पर कोई असर होता न देख छात्रा वापस क्लास रूम जाकर पैसा लेकर आयी. तब जाकर उसे पैड दिया गया और इसे सीक रूम में जाने के लिए कहा गया.
शिकायत के बाद भी प्रबंधन ने नहीं की कार्रवाई
छात्रा की मां ने बताया कि इस घटना की जब उनकी बेटी ने जानकारी दी, तब उन्होंने इसको लेकर सबसे पहले स्कूल प्रबंधन से मौखिक शिकायत की, लेकिन चार दिन बीत जाने के बाद भी स्कूल प्रबंधन ने कोई कार्रवाई नहीं की. तब थक कर उन्होंने मामले की शिकायत डीइओ, महिला आयोग और एनसीपीसीआर से की है. साथ ही स्कूल प्रबंधन से मंगलवार को लिखित शिकायत भी है. उन्होंने बताया कि उन्होंने यह कदम सिर्फ इसलिए उठाया क्योंकि वह नहीं चाहती है, स्कूल में कोई लड़की इस शर्मनाक स्थिति का सामना करें. साथ ही स्कूल प्रबंधन भी ऐसे मामलों को गंभीरता से ले.
स्कूल प्रबंधन करेगा कार्रवाई
स्कूल प्रबंधन समिति के एक वरीय अधिकारी ने इस संबंध में बताया कि उक्त छात्रा की मां की ओर से मंगलवार को दोपहर तीन बजे पहली बार शिकायत मिली है. यह एक गंभीर शिकायत है. प्रबंधन इसकी निश्पक्षता के साथ जांच कराएगा अगर कोई इसके लिए दोषी मिलेगा तो कार्रवाई की जाएगी.
क्या कहते हैं डीइओ
यह एक अमानवीय व्यवहार है. विभाग इस मामले की जांच करायेगा. क्षेत्रीय शिक्षा प्रसार अधिकारी मिथिला टुडू को जांच का जिम्मा दिया गया है. वह स्कूल में जाकर जांच करेंगी.
– भूतनाथ राजवार, प्रभारी डीइओ धनबाद