Jharkhand News: झारखंड सरकार ने कॉरपोरेशन बना तो दिया, लेकिन कॉर्पोरेट कल्चर से काम नहीं हो रहा है. सरकारी ढांचा है. राज्य के सारे कॉरपोरेशन पर सरकार का ही कब्जा है. उक्त बातें देवघर सर्किट हाउस में विधानसभा की सरकारी उपक्रम समिति के चेयरमैन सरयू राय ने कही. चेयरमैन श्री राय देवघर सर्किट हाउस में सभी विभागों के पदाधिकारियों के साथ बैठक के बाद पत्रकारों को जानकारी दे रहे थे. उनके साथ विधायक मथुरा प्रसाद महतो मौजूद थे. उन्होंने कहा कि राज्य के कॉरपोरेशन फायदे में नहीं चल रहे हैं, नुकसान हो रहा है. बहुत सारी खामियां मिल रही है. राज्य में आधा दर्जन ऐसे उपक्रम हैं जो डिफंग हैं. उसको बंद कर देना चाहिए, इससे कोई फायदा जनता को नहीं हो रहा है.
राज्य सरकार की कार्य संस्कृति के कारण समस्याएं
चेयरमैन सरयू राय ने कहा कि चाहे जेसीएमडी हो या शहरी विकास कॉरपोरेशन हो या झारक्राफ्ट हो, सभी में काफी अनियमितताएं हैं, समस्याएं हैं. ये सभी समस्याएं राज्य सरकार की कार्यसंस्कृति के कारण हैं. झारक्राफ्ट, शहरी विकास आदि से लोगों को रोजगार मिलना चाहिए, पूंजी मिलना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है. लोग इन संस्थाओं के साथ काम करने से बेहतर अलग काम करना पसंद करते हैं. इसलिए ऐसी संस्थाओं को रहने से कोई फायदा नहीं है. उन्होंने कहा कि समिति घूम-घूमकर सभी कॉरपोरेशन का जायजा ले रही है, रिपोर्ट तैयार करके सरकार को सौपेंगे, अनुशंसा भी सौपेंगे कि ऐसी संस्थाएं जिससे लोगों को फायदा नहीं हो रहा है उसे बंद कर देना चाहिए.
बालू क्राइसिस राज्य सरकार ने पैदा की
श्री राय ने कहा कि देवघर हो या झारखंड के अन्य जिले हों, बालू की समस्या सरकार ने पैदा की है. क्योंकि बालू घाटों के नियंत्रण के लिए जेएसएमडीसी बनायी गयी है लेकिन ये संस्था काफी कमजोर हैं. इस पर सरकार का कब्जा है इसलिए देवघर हो या बालू की क्राइसिस हो रही है.
अधिकारियों को कार्य संस्कृति सुधारने का दिया निर्देश
विधानसभा की सरकारी उपक्रम समिति के चेयरमैन सरयू राय और सदस्य विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने मंगलवार को देवघर सर्किट हाउस में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में सभी विभागों की समीक्षा की. खास तौर से जेएसएमडीसी, झारक्राफ्ट सहित अन्य उपक्रमों के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया कि कार्यसंस्कृति में सुधार लायें. लोगों को अधिक से अधिक योजनाओं का लाभ मिले, इसलिए लचीला रवैया अपनायें. इस अवसर पर सभी विभागों के अधिकारियों ने अपना अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत किया. इस बैठक में डीडीसी डॉ ताराचंद, नगर आयुक्त शैलेंद्र लाल, सिविल सर्जन डॉ जेके चौधरी सहित सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे.