West Bengal News: हमेशा से विरोधी दल के नेता कहते आ रहे हैं कि बीरभूम जिला बम और बारूद के ढेर पर खड़ा है. वास्तविक रूप में बागतुई नरसंहार की घटना के बाद मुख्यमंत्री के आदेश पर पलिस ने अभियान चलाया था.इस दौरान बीरभूम जिले से अवैध बम ,बारूद, हथियार पुलिस ने हजारों की तादात में बरामद किया था. एक बार फिर जिले में बम और बारूद का ढेर दिखने लगा है.
नानूर थाना अंतर्गत बामुनिया ग्राम में सुनसान जगह से दो ड्रम भर्ती बमों के मिलने की घटना के बाद लोगों में दहशत फैल गया. घटना की सूचना तत्काल नानूर थाने की पुलिस को दी गई. नानूर थाना पुलिस बल मौके वारदात पर पहुंचकर उक्त स्थान को घेर लिया. पुलिस ने घटना की सूचना बम स्क्वायड टीम को दी है. बताया जाता है कि बम स्क्वायड टीम मौके वारदात पर पहुंचकर दोनों ड्रम में भर्ती बमों की जांच पड़ताल करने में जुट गई है. इस दौरान बम स्क्वायड टीम के अधिकारियों को अंदेशा है कि दोनों ही ड्रमों में करीब 40 बम रखे हुए हैं. उक्त बमों को निष्क्रिय करने का काम शुरू कर दिया गया है .
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पुलिस मामले को लेकर यह जांच कर रही है कि इन बमों को किसने यहां पर छिपा कर रखा था और किस उद्देश्य से यहां पर रखा गया था ? इसके पीछ बम रखने वाले अपराधियों की मनसा क्या है ? इन सब सवालों को लेकर पुलिस जांच कर रही है. स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि एक बार फिर जिले में कई माह बाद भारी संख्या में बमों का मिलना सूचक है कि आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को देखते हुए क्या अभी से ही बमों को एकत्र करना शुरू हो गया है. इसके पीछे किस दल के लोगों या अपराधिक संगठन का हाथ है.
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स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि घास और झाड़ियों के ढेर के पास ही दोनों ड्रम में भर्ती बमों को छुपा कर रखा गया था .गांव के लोग जब रास्ते से गुजर रहे थे तो एक ग्रामीण ने इन दोनों ड्रम को देख तत्काल लोगों को सूचना दी. बम मिलने की सूचना के बाद इलाके में दहशत फैल गया है. लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
रिपोर्ट : मुकेश तिवारी