Bihar politics: बिहार सरकार में कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने राज्य सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार पर एक बार फिर से निशाना साधा है. सुधाकर सिंह ने राज्य के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में बड़े पैमाने पर खाद की कालाबाजारी हो रही है. जिसके पीछे राज्य के बड़े अधिकारियों का हाथ है.
कृषि मंत्री सुधाकर सिंह केवल राज्य सरकार पर नहीं बरसे. उन्होंने केंद्र सरकार पर भी जमकर हमला बोला. सुधाकर सिंह ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार के लोग ही बिहरा में खाद की कालाबाजारी करवा रहें हैं. उन्होंने आगे कहा कि मैं तो 25 दिनों या फिर एक माह से मंत्री हूं. लेकिन कालाबाजारी क्या केवल 25 दिनों से हो रही है. उन्होंने आगे कहा कि मैं बीते दिनों दरभंगा गया हुआ था. वहां के लोगों ने भी बिहार सरकार में व केंद्र सरकार में बैठे बड़े अधिकारियों पर कालाबाजारी कराने का आरोप लगाया है.
सुधाकर सिंह ने कहा कि बिहार सरकार में आखिर कौन है जो यह काम करा रहा था? उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार में ही अमरेंद्र प्रताप कृषि मंत्री थे. केंद्रीय रसायन ऊर्जा मंत्री ने स्वीकार कर लिया कि बिहार में जो उनकी ही पार्टी का मंत्री था वो चोरी और तस्करी करा रहा था. मैंने चार दिन पहले यह बयान दिया था तो बिहार में हंगामा मच गया. कृषि मंत्री ने आगे कहा कि मैं तो कह रहा हूं कि चोरी हो रहा था, चोरी कराने वाले तो उन्हीं के लोग थे. जो मैं कह रहा था वो बात बिहार में साबित हो गयी.
कृषि मंत्री ने आगे कहा कि मैनें कृषि विभाग की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाया था, तब उसे मौजूदा सरकार के खिलाफ ही बताया जाने लगा. जबकि यह सच्चाई है कि किसानों को आवश्यकता से कम खाद की आपूर्ति केंद्र द्वारा हुई है. उन्होंने केंद्रीय उर्वरक राज्यमंत्री की बातों को तथ्य से अलग बताया.
बता दें कि बीते दिनों केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक राज्यमंत्री भगवंत खुबा ने दावा किया था कि बिहार ही नहीं पूरे देश में उर्वरक की कोई किल्लत नहीं है. खाद की कमी के बिहार सरकार के दावे को खारिज करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में उर्वरकों की कृत्रिम कमी पैदा की गई. उन्होंने बिहार सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार सरकार के बिचौलियों से हाथ मिलाने के कारण यह हाल हुआ है.