पश्चिम बंगाल की इस वक्त की सबसे बड़ी खबर है कि सीबीआई ने स्कूल सर्विस कमीशन (एसएससी) में हुए भ्रष्टाचार के मामले में कल्याणमय गांगुली को गिरफ्तार कर लिया है. माध्यमिक शिक्षा बोर्ड पश्चिम बंगाल के पूर्व अध्यक्ष कल्याणमय गांगुली को को सरकार ने उनके पद से हटाकर रामानुज गांगुली को बोर्ड का नया अध्यक्ष नियुक्त कर दिया है.
गिरफ्तारी के पहले सीबीआई ने कोलकाता महानगर स्थित अपने कार्यालय में उनसे करीब छह घंटे तक पूछताछ की. पूछताछ के दौरान गांगुली के बयान में गड़बड़ी पाये जाने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तारी के बाद उनकी मेडिकल जांच करायी गयी. मेडिकल जांच के लिए सीबीआई कार्यालय से बाहर ले जाने के दौरान गांगुली से पत्रकारों ने उनकी गिरफ्तारी को सवाल किया, तब उन्होंने कहा कि उन्होंने केंद्रीय जांच एजेंसी के समक्ष जो भी कहा है, सच कहा है. स्कूलों में नियुक्तियों हुए घोटाले की बात सामने आने के बाद गांगुली को माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था.
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गौरतलब है कि कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देश पर सीबीआई शिक्षकों की नियुक्ति में स्कूल सर्विस कमीशन (एसएससी) द्वारा कथित अनियमितताओं की जांच कर रही है. राज्य के सरकारी व सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में कथित अवैध नियुक्ति मामले में सीबीआई द्वारा दर्ज की गयी प्राथमिकी में पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष कल्याणमय गांगुली के अलावा एसएससी की नियुक्ति समिति के पूर्व सलाहकार डॉ शांति प्रसाद सिन्हा के अलावा एसएससी नियुक्ति समिति के पूर्व सदस्य व एसएससी के तत्कालीन प्रोग्रामिंग ऑफिसर समरजीत आचार्य, एसएससी के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर सौमित्र सरकार व एसएससी के पूर्व सचिव अशोक कुमार साहा के नाम भी शामिल हैं.
उनके खिलाफ भारतीय दंड विधान की धाराओं 120(बी), 417, 465 व 34 व प्रिवेंशन ऑफ क्रप्शन एक्ट (अमेंडमेंट), 2018 की धारा सात के तहत मामला दर्ज है. उपरोक्त मामले में सीबीआई पहले ही डब्ल्यूबीएसएससी की नियुक्ति समिति के पूर्व सलाहकार डॉ शांति प्रसाद सिन्हा और डब्ल्यूबीएसएससी के पूर्व सचिव अशोक कुमार साहा को गिरफ्तार कर चुकी है. सिन्हा फिलहाल सीबीआई की हिरासत में हैं, जबकि साहा न्यायिक हिरासत में. बताया जा रहा है कि इस मामले में सिन्हा द्वारा पूछताछ के बाद कल्याणमय गांगुली को लेकर सीबीआई को अहम तथ्य मिले थे, जिसके बाद उन्हें पूछताछ के लिए गुरुवार को केंद्रीय जांच एजेंसी के कार्यालय में बुलाया गया था.
गांगुली पर आरोप है कि जांच किये बगैर ही एसएससी की सलाहकार समिति की सिफारिशों पर उन्होंने अवैध तरीके से हुई नियुक्तियों के लिए नियुक्ति पत्रों में हस्ताक्षर किये व उसे एसएससी की सलाहकार समिति के पूर्व अध्यक्ष शांति प्रसाद सिन्हा तक पहुंचा. स्कूलों मेें हुई नियुक्तियों के घोटाले की जांच के लिए पूर्व न्यायाधीश आरके बाग के नेतृत्व में बनायी गयी कमेटी द्वारा कलकत्ता हाइकोर्ट में सौंपी गयी रिपोर्ट में भी कल्याणमय गांगुली का नाम था. रिपोर्ट में घोटाले में गांगुली की भूमिका की जांच करने की भी सिफारिश की गयी थी.
रिपोर्ट- अमित शर्मा