Sahibganj news: साहिबगंज जिले के अंतिम छोर गंगा किनारे बसा राधानगर थाना क्षेत्र का निचला इलाका संवेदनशील है. जहां बदमाश वारदात को अंजाम देकर गंगा के रास्ते पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल भागने में कामयाब हो जाते हैं. ऐसे में अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस चौकी खोलने की मांग को लेकर पुलिस मुख्यालय रांची की ओर से स्थानीय पुलिस को जमीन चिह्नित करने का निर्देश दिया था. लेकिन छह महीना बाद भी अबतक अतिरिक्त पुलिस चौकी नहीं बन पाई है.
राधानगर थाना क्षेत्र अनुमंडल क्षेत्र के दृष्टिकोण से सबसे बड़ा थाना है. जिसके अंतर्गत कुल 24 पंचायतें आती है. जिसमें पांच पंचायत गंगा नदी किनारे पर बसा हुआ है. इतनी बड़ी आबादी एक मात्र राधानगर पुलिस भरोसे है. जिससे पुलिसिंग करने में कठिनाइयों को सामना करना पड़ता है. कभी-कभी गंगा किनारे बसे क्षेत्रों में कोई परी आपराधिक घटना घट जाती है, तो पुलिस समय तक नहीं पहुंच पाती है. जिसका फायदा बदमाश उठा कर भागने में सफल हो जाते हैं. इनमें से पुलिस को उनके तक पहुंचने में काफी समय लग जाता है. इनपर अंकुश लगाने के लिए राधानगर थाना क्षेत्र में एक पुलिस चौकी खोलने की मांग काफी लंबे समय से की जा रही थी.
इधर, अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस चौकी खोलने की मांग को लेकर पुलिस मुख्यालय रांची की ओर से स्थानीय पुलिस को जमीन चिह्नित करने का निर्देश दिया था. वहीं, रांची पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार एसपी अनुरंजन किस्टोपा तत्कालीन राजमहल अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अरविंद कुमार सिंह की ओर से पुलिस चौकी के लिए श्रीधर दियारा पंचायत के तीन नंबर कॉलोनी जाकर जमीन को चिह्नित किया था. पर छह महीना बाद भी अबतक कुछ नहीं हुआ है. ऐसे में बदमाशों पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाने में साहिबगंज पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है.
गंगा नदी से राधा नगर थाना की दूरी लगभग 14 किलोमीटर है. दूरी होने का अपराध तथा अवैध माफिया इसका फायदा उठाने में कामयाब हो जाते हैं. नदी के माध्यम से अवैध तस्करी की जाती है. वहीं, अपराधी किसी भी घटना को अंजाम देकर गंगा नदी के माध्यम से पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल भागने में कामयाब हो जाते हैं. पुलिस चौकी बन जाने से इन सभी चीजों पर काफी हद तक अंकुश लग सकता है.
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राधानगर पुलिस को गंगा नदी किनारे पर पेट्रोलिंग करने में साथ में चुनाव की पूर्ण संघर्षों का सामना करना पड़ता है. नदी किनारे क्षेत्रों में अधिकतर सड़क कच्ची से बनी हुई है. वहीं, गंगा नदी सीमावर्ती क्षेत्रों में पेट्रोलिंग के लिए यंत्र संचालित नाव भी नहीं है. इससे आपराधी आसानी से अवैध कारोबार को अंजाम देते हैं.
साहिबगंज एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा ने कहा कि विभाग के अक्षर से जमीन का चिह्नित कर रिपोर्ट राज्य मुख्यालय को भेजा गया है. आदेश मिलने पर पुलिस चौकी खोला जायेगा.
एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा, तत्कालीन राजमहल अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अरविंद कुमार सिंह तथा राधानगर थाना प्रभारी कुंदन कांत विमल के संयुक्त रूप से बीते 10 मार्च को पुलिस चौकी खोलने के लिए श्रीधर दियारा पंचायत के तीन नंबर कॉलोनी का जायजा लिया था. एसपी ने बताया था कि लंबे समय से एक पुलिस चौकी की मांग किया जा रहा था. पुलिस मुख्यालय रांची के निर्देशानुसार पुलिस चौकी बनने के लिए स्थल का चयन किया जा रहा है.
पुलिस मुख्यालय रांची के निर्देशानुसार राधानगर थाना क्षेत्र में पुलिस चौकी खोलने के लिए स्थानीय पुलिस के द्वारा जमीन चिह्नित कर लिया गया है. स्थानीय पुलिस के अनुसार बदमाशों के अंकुश लगाने के लिए पुलिस चौकी के लिए जमीन श्रीधर दियारा पंचायत के तीन नंबर कॉलोनी को चिह्नित किया है.
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पुलिस मुख्यालय रांची की ओर से साहिबगंज जिला अंतर्गत राधानगर थाना क्षेत्र में एक पुलिस चौकी खोलने की अनुमति दे दी है. दरअसल, राधानगर थाना क्षेत्र सीमावर्ती क्षेत्र में अवैध तस्करी समेत अन्य अपराधिक मामला को लेकर पुलिस मुख्यालय रांची ने एक पुलिस चौकी खोलने के लिए स्थानीय पुलिस को जमीन उपलब्ध कराने का निर्देश दे दिया है.
साहिबगंज से बहती हुई उत्तरवाहिनी गंगा नदी बंगाल के फरक्का नदी में सम्मिलित हो जाती है. गंगा नदी दो राज्यों को अपने आंचल में लिपटी हुए बहती है. गंगा नदी के पूर्वी भाग साहिबगंज जिला के राधानगर थाना क्षेत्र के पांच पंचायत पूर्वी तथा पश्चिमी प्राणपुर,दक्षिण तथा उत्तर पलासगाछी तथा श्रीधर दियारा पंचायत बसे हुए हैं. तो पश्चिमी भाग पश्चिम बंगाल के मालदा जिलांतर्गत पंचानंदपुर गांव बसा हुआ है.