पटना: कंकड़बाग थाने के 90 फुट इलाके में स्थित मेडिविजन हॉस्पिटल के दो डायरेक्टर रवि रंजन कुमार व सुभाष कुमार का मंगलवार की देर रात अपहरणकर्ताओं ने अपहरण कर लिया. हालांकि, मामले की जानकारी मिलने पर पटना पुलिस ने महज 24 घंटे के अंदर में दोनों को सकुशल सारण जिले के डेरनी थाना क्षेत्र के पिरारी स्थित गैराज से बरामद कर लिया और तीन अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस ने अपहरणकर्ताओं की सेंट्रो कार भी जब्त कर ली है. खास बात यह है कि पटना पुलिस की टीम के साथ ही सारण पुलिस ने भी अपनी सक्रियता दिखायी और दोनों को बरामद करने में सफलता पायी. पकड़े गये अपहरणकर्ताओं में परसा थाना क्षेत्र के बथुरा परसा निवासी संदीप ओझा व रणविजय कुमार और दरियापुर थाना क्षेत्र के सैदपुर गांव निवासी रॉकी कुमार शामिल है.
सूत्रों का कहना है कि अपहरणकर्ता रकम लेने के बाद दोनों की हत्या कर देते. क्योंकि वे दोनों उन सभी को पहचानते थे. हालांकि, पुलिस ने दोनों को सकुशल बरामद कर लिया और अपहरणकर्ताओं को भी पकड़ लिया. इससे अपहरणकर्ताओं की योजना फेल हो गयी. सूत्रों के अनुसार, अपहरणकर्ता बार-बार रकम के लिए दोनों को परेशान कर रहे थे और मारपीट कर रहे थे.
अपहरणकर्ताओं ने फोन के माध्यम से दोनों डायरेक्टरों के करीबियों से 40 लाख रुपये की फिरौती मांगी गयी. इसके बाद परिजनों ने पुलिस को मामले की जानकारी दी और फिरौती की रकम सात लाख रुपये लेकर पहुंचे. पुलिस ने फोन करने वाले का लोकेशन भी निकाल लिया. इसके बाद सादे वेश में पुलिस के साथ दोनों डायरेक्टर के परिजन फिरौती की रकम देने के लिए सात लाख लेकर पहुंचे. रकम देने के दौरान पुलिस ने सारी स्थिति का ज्ञान कर लिया और फिर सभी को गैराज से गिरफ्तार करने के साथ ही दोनों डायरेक्टर को सकुशल बरामद कर लिया. इसके बाद तीनों अपहरणकर्ता व मुक्त कराये गये दोनों डायरेक्टरों को पटना पुलिस की टीम लेकर लौट आयी.
हालांकि, इस घटना को अंजाम देने में और भी लोग शामिल हैं, जिन्हें पकड़ने के लिए पुलिस की ओर से लगातार छापेमारी की जा रही है. कंकड़बाग थानाध्यक्ष रविशंकर सिंह ने बताया कि अस्पताल के दोनों डायरेक्टरों को सकुशल मुक्त करा लिया गया है. उन्होंने कहा कि अपहरणकर्ताओं ने 10 लाख की फिरौती मांगी थी.
जानकारी के अनुसार मंगलवार की देर रात तीनों अपहरणकर्ता रणविजय, संदीप व रॉकी अस्पताल पहुंचे और जबरन मारपीट करते हुए रविरंजन कुमार व सुभाष कुमार को सेंट्रो कार में बैठा लिया. इसके बाद हथियार का भय दिखा कर वहां से निकल गये. इस दौरान हॉस्पिटल के स्टाफ को अपहरणकर्ताओं ने बताया कि वे लोग परिचित हैं. सूत्रों के अनुसार, अपहरणकर्ता दो कारों से आये थे. दूसरी कार न्यू बाइपास इलाके में लगी थी. ये लोग जैसे ही सेंट्रो कार से दोनों को लेकर पहुंचे, वैसे ही सभी सारण की ओर निकल गये और पिरारी स्थित गैरेज में लेकर पहुंच गये. जहां दोनों को बंधक बना लिया गया और मारपीट की गयी.