एक विशाल क्षुद्रग्रह (एस्टेरॉयड) पृथ्वी की ओर आ रहा है. वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि आज यानी 13 सितंबर को क्षुद्रग्रह पृथ्वी से टकरा सकता है. यह अज्ञात है कि क्षुद्रग्रह कहाँ से टकराएगा. हालांकि कम ही संभावना है कि यह धरती के वातावरण में प्रवेश करेगा. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (JPL) ने घोषणा की है कि 310 फीट चौड़ा एक क्षुद्रग्रह जिसे 2008 RW कहा जाता है, आज हल्के नीले बिंदु से गुजरेगा.
क्षुद्रग्रह 2008 RW की चौड़ाई 310 फीट है और यह 10 किमी/सेकंड (36,000 किमी/घंटा) की गति से यात्रा कर रहा है. अंतरिक्ष चट्टान 4.1 मिलियन किलोमीटर की दूरी पर हमारे ग्रह के सबसे करीब पहुंच जाएगी. बहुत नजदीकी दूरी नहीं है. यह क्षुद्रग्रह आज यानी 12 सितंबर को शाम 7.50 बजे (IST) पृथ्वी के पास से गुजरेगा.
पिछले महीने एक क्षुद्रग्रह परेड द्वारा पृथ्वी का स्वागत किया गया था और यह इस सितंबर में भी जारी है. यदि उनमें से कुछ के उड़ान पथ पृथ्वी की ओर बदल दिए जाते हैं, तो परिणाम विनाशकारी हो सकते हैं.
हालांकि, तकनीकी उन्नयन हमारी प्रजातियों के अस्तित्व को सुनिश्चित करेगा. नासा के डार्ट मिशन और भविष्य की अन्य ग्रह रक्षा प्रणालियों को हमें अंतरिक्ष चट्टानों से उत्पन्न खतरों से बचाना चाहिए.
सौरमंडल का निर्माण 4.6 अरब साल पहले हुआ था. इसके निर्माण से चट्टानी वायुहीन अवशेष क्षुद्रग्रहों के रूप में जाने जाते हैं. वे विभिन्न प्रकार की चट्टानों से बने होते हैं और आकार और आकार में भिन्न होते हैं. वे दो समूहों में सूर्य की परिक्रमा करते हैं, एक बृहस्पति से आगे और दूसरा पीछे. अधिकांश क्षुद्रग्रहों के विपरीत, सेरेस नामक सबसे बड़ा क्षुद्रग्रह गोलाकार है.
पिछले कुछ दिनों में कई क्षुद्रग्रह हमारे पास से गुजरे हैं. इनमें 310 फीट 2008 RW, 110 फीट 2022 QZ6, 2017 BU और 140 फीट चौड़ा QX1 शामिल हैं. 2015 QH3, 2022 QX4, 2022 QQ4, और 2022 QP3 भी हमसे आगे निकल गए. 2022 RJ2 के नाम से जाना जाने वाला 45 फीट चौड़ा एक क्षुद्रग्रह भी आज हमारे ग्रह के करीब होगा. इससे कोई खतरा नहीं है.