Ranchi news: रांची के नरकोपी थाना में नाबालिग से दुष्कर्म की घटना में गिरफ्तार सहरूद्दीन अंसारी की रिम्स में इलाज के दौरान मौत हो गयी. जिसके बाद मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में मेडिकल बोर्ड ने शव का पोस्टमार्टम किया. उसकी वीडियोग्राफी भी करायी गयी. पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया. इधर, सहरूद्दीन अंसारी का शव रविवार को नरकोपी लाया गया, जिसके बाद परिजनों ने नरकोपी थाना का घेराव किया. शाम सात बजे से रात करीब 10 बजे तक ग्रामीण जमे हुए थे. पुलिस के आश्वासन के बाद परिजन वहां से लौटे. प्रदर्शन कर रहे लोगों का आरोप था कि कस्टडी में लेने के बाद पुलिस ने सहरूद्दीन के साथ मारपीट की थी. बाद में उसे जेल भेजा गया था.
दरअसल, 28 अगस्त को नरकोपी थाना में एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म की घटना हुई थी. घटना के बाद युवक सहरूद्दीन अंसारी की स्थानीय लोगों ने जमकर पिटाई कर दी थी. उसके बाद उसे पुलिस को सौंप दिया गया था. आरोपी को 30 अगस्त को जेल भेजा गया था. जेल भेजे जाने तक वह ठीक था. वहीं जेल प्रशासन की मानें, तो सहरूद्दीन अंसारी उर्फ रिंकू ने बीमार होने की बात कही थी, जिसके बाद जेल अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था. आठ सितंबर को तबीयत अधिक बिगड़ने पर उसे रिम्स में भर्ती कराया गया था. जहां उसकी मौत हो गयी.
पुलिस के अनुसार, नाबालिग छात्रा 28 अगस्त को अपने घर के पास कुआं पर नहाने गयी थी. तभी बारिश होने पर वह बचने के लिए पेड़ के नीचे चली गयी थी. इसी दौरान गांव के एक लड़के को आता देख छात्रा घर की ओर भागने लगी. आरोपी भी छात्रा का पीछा करते हुए उसके घर में जा घुसा और दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया. छात्रा ने इसकी जानकारी परिजनों काे दी. परिजनों ने युवक काे पकड़ पुलिस के हवाले कर दिया. घटना के संबंध में नरकोपी थाना में मामला दर्ज कराया गया था.
मृतक की पत्नी शाबाना खातून ने मारपीट के आरोपी नरकोपी थानेदार विजय मंडल समेत पुलिसकर्मी अविनाश हेम्ब्रम, सुनील मुर्मू, दिनेश उरांव, वीरेंद्र मुंडा, सुनील कच्छप पर कार्रवाई की मांग की है. वहीं परिवार को भरण-पोषण के लिए 25 लाख रुपये मुआवजा सरकारी सुविधा प्रदान करने की मांग की है. मृतक के पिता रबुल अंसारी ने ग्रामीणों व पुलिस पर पिटाई से मौत का आरोप लगाते हुए उच्चस्तरीय जांच की मांग की है.
रांची डीसी राहुल सिन्हा ने कहा मामले की न्यायिक जांच के लिए अनुरोध पत्र न्यायायुक्त काे भेजा गया है. हालांकि, राष्ट्रीय मानवाधिकार की गाइडलाइन के अनुरूप सारी प्रक्रिया की गयी है. मामले की निष्पक्ष जांच होगी.
वहीं, रांची के एसएसपी कौशल किशोर ने घटना को लेकर कहा कि परिजनों ने थाने का घेराव के बाद मांग पत्र सौंपा गया है. जिन पुलिसकर्मियों पर मारपीट का आरोप लगाया गया है, उसकी डीएसपी से जांच करायी जायेगी. आरोप सही पाया गया, तो उन पुलिसकर्मियों पर विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी.