भागलपुर संग्रहालय में ऑडिटोरियम को आधुनिक बनाने व आर्ट गैलरी में विकसित करने का काम पूरा नहीं करा पाने की स्थिति में बिहार स्टेट बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीएसबीसीसीएल) ने ठेकेदार का एकरारनामा रद्द कर दिया है. संबंधित ठेकेदार की जमानत राशि जब्त कर ली गयी है. ठेकेदार को ब्लैकलिस्टेड कर दिया गया है. अब बचे हुए कार्य को नये सिरे से पूरा किया जायेगा. इसके लिए दूसरी ठेका एजेंसी बहाल की जायेगी. इसकी प्रशासनिक स्वीकृति मिल गयी है.
ज्ञात हो कि ऑडिटोरियम को विकसित करने का काम ठेकेदार सुरेंद्र प्रसाद सिंह को मिला था. विभागीय अधिकारी के अनुसार कार्य की उपलब्धता के आधार ठेकेदार को 50-60 लाख रुपये तक का बिल भुगतान भी हो चुका था. बावजूद इसके उनकी ओर से आखिरी समय के बचे हुए काम को पूरा नहीं किया जा रहा था. इसके लिए कई बार उन्हें रिमाइंडर भी भेजा गया था. संग्रहालय में पूर्व निर्मित ऑडिटोरियम को आधुनिक ऑडिटोरियम सह आर्ट गैलरी में विकसित करने का कार्य 14 जुलाई 2020 को शुरू हुआ था और कार्य पूर्ण करने की तिथि 13 जुलाई 2021 थी. यह काम 1.76 करोड़ रुपये का था.
कार्यावधि सात अप्रैल 2021, 13 जुलाई 2021 एवं 14 अक्तूबर 2021 को तीन बार फेल होने के बाद भी एकरारनामा में शामिल तीनों कार्यों को पूर्ण नहीं किया गया तो कार्रवाई करते हुए एकरारनामा को बंद करने व जमानत की राशि जब्त करने की सूचना पत्र के माध्यम से दी गयी है. कराये गये कार्य की अंतिम मापी भी 11 जुलाई को ली गयी. इस दौरान भी कंपनी की ओरसे स्थल पर प्रतिनिधि उपलब्ध नहीं कराया गया था. इस वजह से उनकी अनुपस्थिति में अंतिम मापी की रिपोर्ट तैयार की गयी. विभाग अब इसके बाद आगे की कार्रवाई करेगा.विभाग द्वारा लगातार समय दिया जा रहा था.
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पूर्व निर्मित प्रेक्षागृह को आधुनिक प्रेक्षागृह सह आर्ट गैलरी में विकसित करने के बचे हुए कार्य 19.49 लाख खर्च होंगे. बीएसबीसीसीएल ने बचे हुए कार्यों की सूची तैयार कर ली है. ठेका एजेंसी अगले माह में बहाल होगी और काम शुरू कराया जायेगा. बचे हुए काम को पूरा करने के लिए तीन माह का समय निर्धारित किया गया है.
Published By: Thakur Shaktilochan