Shell Company: शेल कंपनी बनाकर फर्जी कारोबार चलाने वालों पर भारत ने शिकंजा कसा है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारतीय अधिकारियों ने रविवार 11 सितंबर को एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है जो चीन से जुड़ी कई शेल कंपनियों के निर्माण का मास्टरमाइंड था. ये कंपनियां फर्जी कारोबार चलाने के लिए नकली निदेशकों की नियुक्ति करता था. बता दें कि यह गिरफ्तारी संघीय सरकार के गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एसएफआईओ) द्वारा अवैध लेनदेन करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली शेल कंपनियों के संस्थापकों के खिलाफ शुरू की गई एक बड़ी जांच का हिस्सा थी.
शेल कंपनियों को फर्जी निदेशक मुहैया कराता था आरोपी
बता दें कि इस महीने की शुरुआत में सरकार ने उन तमाम भारतीय संस्थाओं पर नकेल कसना शुरू किया जो चीन से जुड़ी कुछ शेल कंपनियों को फर्जी निदेशक मुहैया करा रही थीं. एसएफआईओ ने कहा कि उसने डॉर्टसे नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो जिलियन हांगकांग लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी जिलियन इंडिया लिमिटेड के बोर्ड में शामिल था. एसएफआईओ ने घोटाले का पता लगाने के लिए कई जगहों पर छापेमारी की थी.
कम पढे़-लिखे लोगों के नाम का इस्तेमाल करता था डॉर्टसे
इसने ना ही शेल कंपनियों के चीनी संबंधों का वर्णन नहीं किया और न ही कथित रूप से किए गए धोखाधड़ी का खुलासा किया है. एसएफआईओ के अनुसार, कई शेल कंपनियों के निदेशकों के लिए, डॉर्टसे न भारतीय लोगों के नाम का उपयोग करता था जिनके पास कोई शिक्षा नहीं होती है और छोटी-मोटी नौकरियों में काम कर किसी तरह गुजारा करता है.
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कंपनी के दो निदेशकों को भी पुलिस ने किया गिरफ्तार
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय पुलिस ने चीन से जुड़ी शेल कंपनियों को नकली निदेशक प्रदान करने के आरोप में एक चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया है. इसके साथ-साथ एक कंपनी के दो निदेशकों को भी पुलिस ने गिरफ्त में लिया है.