पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कम बारिश वाले इलाकों में प्रखंड, पंचायत और गांव के स्तर पर सुखाड़ की स्थिति का ठीक से आकलन करवाने का अधिकारियों को निर्देश दिया है. अधिकारियों से उन्होंने कहा है कि किसानों को सहायता देने की पूरी तैयारी रखें. मुख्यमंत्री ने मुंगेर में डकरा नाला पंप नहर योजना का निरीक्षण भी किया और इसे पुनर्जीवित करने का निर्देश दिया.
मुख्यमंत्री ने रविवार को हवाई सर्वेक्षण कर ये निर्देश नालंदा, शेखपुरा, लखीसराय जमुई, मुंगेर, बांका, भागलपुर, खगड़िया और समस्तीपुर जिले में कम बारिश के कारण उत्पन्न स्थिति का जायजा लेने के बाद दिये. इस दौरान उन्होंने गंगा और कोसी नदी के जलस्तर सहित विभिन्न इलाकों में धान की रोपनी का भी जायजा लिया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हवाई सर्वेक्षण के दौरान नालंदा जिले के बिंद, सरमेरा, शेखपुरा जिले के बरबीघा, शेखपुरा, चिवड़ा, लखीसराय जिले के रामगढ़ चौक, हलसी का जायजा लिया.
साथ ही जमुई जिले के सिकंदरा, खैरा, गिद्धौर, लक्ष्मीपुर, मुंगेर जिले के खड़गपुर, धरहरा, जमालपुर, मुंगेर का जायजा लिया. बांका जिले के शंभुगंज, फुलीडुमर, अमरपुर, भागलपुर जिले के जगदीशपुर, शाहपुर, सुलतानगंज, खगड़िया जिले के परबत्ता, गोगरी, खगड़िया, अलौली तथा समस्तीपुर जिले के हसनगंज, रोसड़ा, विभूतिपुर और दलसिंहसराय प्रखंडों में कम बारिश से उत्पन्न संभावित सुखाड़ की स्थिति का जायजा लिया. मुख्यमंत्री ने इन क्षेत्रों में धान की रोपनी का भी जायजा लिया.
मुख्यमंत्री हवाई सर्वेक्षण के दौरान मुंगेर एयरपोर्ट पर उतरे. उसके बाद डकरा नाला पंप नहर योजना का निरीक्षण किया और इसे पुनर्जीवित करने का अधिकारियों को निर्देश दिया. डकरा नाला पंप नहर योजना उद्वह सिंचाई योजना है. इसके अंतर्गत गंगा नदी और डकरा नाला के मिलन बिंदु पर मुंगेर शहर से पांच किमी दक्षिण दिशा में खगड़ही ग्राम के निकट गंगा नदी में फ्लोटिंग बराज पर पंप की मदद से पानी को लिफ्ट किया जायेगा. इस योजना के फेज-1 के कार्यों के लिये वर्ष 1976-77 में मंजूरी दी गयी थी.
मुख्यमंत्री के इस योजना को शुरू करने के निर्देश से इस क्षेत्र के किसानों को काफी राहत मिलेगी. इसके पूरा होने से लखीसराय जिला के सूर्यगढ़ा प्रखंड और मुंगेर जिला के तीन प्रखंड मुंगेर सदर, जमालपुर और धरहरा प्रखंड में कुल 15 हजार 222 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी. कई दशकों से बंद पड़ी इस परियोजना के शुरू होने से किसानों को सिंचाई कार्य में सहुलियत होगी और कृषि कार्य बेहतर ढंग से हो सकेगा.
हवाई सर्वेक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ एस सिद्धार्थ, कृषि विभाग के सचिव एन सरवन कुमार, आपदा सह जल संसाधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल मौजूद थे.