Jharkhand News : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों की परियोजना हिंदुस्तान उर्वरक रसायन लिमिटेड (हर्ल) सिंदरी परियोजना की शुरुआत का इंतजार अब खत्म होने जा रहा है. 15 सितंबर से हर्ल परियोजना सिंदरी इकाई के उत्पादन की टेस्टिंग शुरू हो जायेगी. टेस्टिंग के बाद प्लांट का उद्धघाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. इसकी जानकरी हर्ल के मानव संसाधन अधिकारी विकांत कुमार ने शनिवार को दी.
हिंदुस्तान उर्वरक रसायन लिमिटेड (हर्ल) के मानव संसाधन अधिकारी विकांत कुमार बताया कि 15 सितंबर से 60 प्रतिशत अमोनिया तथा 50 प्रतिशत यूरिया उत्पादन की टेस्टिंग शुरू कर दी जायेगी. टेस्टिंग के 45 दिनों के बाद 100% उत्पादन का लक्ष्य है. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 मई 2018 को बलियापुर के हवाई अड्डा से हर्ल खाद कारखाना का शिलान्यास किया था. उत्पादन शुरू करने की अवधि 2020 रखी गयी थी, लेकिन देश में कोरोना महामारी और राजनीतिक कारणों से लगभग दो वर्ष उत्पादन में विलंब हुआ. टेस्टिंग के बाद प्लांट का उद्धघाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे.
सिंदरी आगमन को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय में प्रपोजल लेटर भेजा जा चुका है. अभी तक समय एवं तारीख निर्धारित नहीं हुई है. संभवतः नवंबर 2022 में प्रधानमंत्री के सिंदरी आने की संभावना है. टेस्टिंग को लेकर प्रोजेक्ट की सभी मशीनों का ट्रायल चालू कर दिया गया है. प्रोजेक्ट चालू होने के बाद लगभग 1500 मजदूरों की आवश्यकता होगी, जिसमें हर्ल के स्थायी 375 मजदूर भी शामिल होंगे. हर्ल में कर्मियों को ऑनलाइन लिया जा रहा है. कुछ मजदूरों को स्थानीयता के आधार पर बहाली की जायेगी. बताया कि हर्ल सिंदरी प्रोजेक्ट में नीम कोटेड यूरिया का उत्पादन होगा जो कि किसानों के खेत में फसल को मजबूत और कीड़े से बचाने का काम करेगा. हर्ल देश में पहला खाद कारखाना होगा जहां नीम कोटेड यूरिया का निर्माण होगा. बताया कि हर्ल सिंदरी प्रोजेक्ट से झारखंड के अलावा आसपास के दो अन्य राज्य ओड़िसा और पश्चिम बंगाल के किसानों को लाभ मिलेगा.
रिपोर्ट : अजय उपाध्याय, सिंदरी, धनबाद