भागलपुर फुटबॉल एंड एथलेटिक्स संघ के सहायक महासचिव डॉ. आनंद मिश्रा ने स्मार्ट सिटी के अधिकारी के फरमान के बाद भागलपुर फुटबॉल एंड एथलेटिक्स संघ ने अनदेखी का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी से जुड़े अधिकारी मनमानी कर रहे हैं. फुटबॉल एंड एथलेटिक्स संघ वर्षों पुराना संघ है, जो इंडियन सोसाइटी एक्ट 1880 से पंजीकृत है. संस्था का स्थापना 1911 में हुआ था, लेकिन स्मार्ट सिटी के वरीय प्रबंधक मुकुल कुमार ने सैंडिस कंपाउंड स्थित संघ कार्यालय को हटाने का दबाव बना रहे हैं, जो कहीं से उचित नहीं है.
वहीं, दूसरी तरफ विभिन्न खेलों से जुड़े खिलाड़ियों में भी नयी व्यवस्था को लेकर आक्रोश व्यक्त किया है. वह शनिवार सैंडिस कंपाउंड स्टेडियम प्रेसवार्ता में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के अधिकारी द्वारा नयी व्यवस्था के तहत खिलाड़ियों व खेल के आयोजन को लेकर पैसे लेने की बात कही जा रही है. सैंडिस स्टेडियम में प्रवेश करने के लिए खिलाड़ियों से राशि वसूलना कहीं से उचित नहीं है. मामले में जिला प्रशासन मौन है.
खेल से जुड़े लोगों ने जिम व टेनिस कोर्ट के व्यवसायीकरण करने का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि सैंडिस स्टेडियम को जवाहर लाल नेहरू स्मारक केंद्र स्टेडियम के नाम से जाना जाता है, लेकिन स्टेडियम की देखरेख व खेल आयोजन की जिम्मेवारी फुटबॉल एंड एथलेटिक्स संघ करता आ रहा है. फुटबॉल एंड एथलेटिक्स संघ का अपना नियमावली है. इसी के आधार पर संघ कार्य करता है. सैंडिस स्टेडियम में होने वाले विभिन्न खेलों के आयोजन का संघ के कार्यालय से संचालन किया जाता है. इसके बाद भी स्मार्ट सिटी के अधिकारी द्वारा कार्यालय हटाने पर संघ व विभिन्न खेलों से जुड़े अधिकारी व खिलाड़ी सड़क पर उतर आंदोलन करेंगे. प्रेसवार्ता के दौरान सुबीर मुखर्जी, डॉ जयशंकर ठाकुर, नील कमल राय, नसर आलम, फारूक आजम, अर्जुन कुमार, संजय भारती, मुरारी आदि मौजूद थे.