Jharkhand News : धनबाद जिले के निरसा शैक्षणिक अंचल दो अंतर्गत पिंड्राहाट उत्क्रमित मध्य विद्यालय में शुक्रवार शाम ग्रामीणों ने विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक को चोरी-छिपे विद्यालय का कबाड़ दो टेंपो में लोड करवाते पकड़ लिया. ग्रामीणों के साथ जिला परिषद सदस्य वसुंधरा पाल एवं उनके पति हारू पाल भी मौजूद थे. ग्रामीणों ने इसका विरोध किया. सामानों में लोहा के बेंच-डेस्क का फ्रेम व अन्य सामग्री थी. सूचना पाकर प्रमुख विवेक मंडल, पिंड्राहाट के मुखिया पति हेमलाल मुर्मू, मुखिया रामेश्वर गोप आदि लोग पहुंच गये. ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापक को एक जगह बैठा दिया और सूचना कालूबथान पुलिस को दी. पुलिस अधिकारी सदलबल मौके पर पहुंचे सामानों को जब्त कर लिया. प्रभारी प्रधानाध्यापक को भी कालूबथान ओपी ले गये.
ग्रामीणों का आरोप यह है कि इससे पहले भी राजेश कुमार दास ने विद्यालय के सामानों की बिक्री की है. उसके बाद लोगों व पंचायत प्रतिनिधियों ने सामूहिक आवेदन पुलिस को दिया, जिसमें राजेश कुमार दास पर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की. इस संबंध में विद्यालय प्रबंधन समिति की अध्यक्ष कल्पना बाउरी ने कहा कि प्रभारी प्रधानाध्यापक ने एक दिन पहले हमसे यह चर्चा की थी कि विद्यालय के कबाड़ को बेचना है, लेकिन कब बेचना है, इसकी जानकारी उन्होंने नहीं दी थी. चोरी-छिपे बेचना समझ से परे है. इस सबंध में डीएसई बीएन राजवार ने कहा कि इसकी सूचना नहीं है. विभागीय अधिकारियों को भेजकर जांचोंपरांत उचित कार्रवाई की जायेगी, जबकि ओपी प्रभारी मुकेश कुमार राउत ने कहा कि ग्रामीणों के विरोध के बाद प्रभारी प्रधानाध्यापक एवं लोहा लदे दो टेंपो को थाना लाया गया है. शिक्षा विभाग के आदेश का इंतजार किया जा रहा है.
इस संबंध में प्रभारी प्रधानाध्यापक राजेश कुमार दास ने कहा कि चोरी-छिपे कबाड़ बेचने का आरोप बेबुनियाद और मनगढ़ंत है. कबाड़ को बेचने के लिए पहले ही प्रबंधन समिति के साथ बैठक कर चुका हूं.