बिहार में अगस्त में बनी नयी सरकार (महागठबंधन) के कार्यकाल में अपराध कम हुआ है. हत्या, लूट, बलात्कार आदि संगीन वारदातों में शामिल अपराधियों पर कार्रवाई का ग्राफ महागठबंधन सरकार के गठन के एक महीने के अंदर 38 फीसदी बढ़ गया है. पुलिस मुख्यालय ने ताजा आंकड़ों के आधार पर यह दावा किया है. एडीजीपी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने शुक्रवार को प्रेस काॅन्फ्रेंस में सरकार बदलने के बाद अपराध बढ़ने के आराेप काे पूरी तरह से खारिज कर दिया है.
उनसे पूछा गया था कि क्या नयी सरकार के बनने के बाद बिहार में अपराध बढ़ा है? अपनी बात की पुष्टि करने के लिए जितेंद्र सिंह गंगवार ने समय- समय पर मुख्यालय तथा एनसीआरबी द्वारा जारी ताजा आंकड़ों का हवाला दिया है. उन्होंने कहा कि हत्या, पुलिस पर हमला, हत्या का प्रयास , दलित उत्पीड़न एवं विशेष कांडों में वज्र टीम द्वारा जनवरी से जुलाई तक 41 हजार 983 अपराधियों की गिरफ्तारी की गयी. यानी हर महीने 5997 अपराधी पकड़े गये.
वहीं, अगस्त में 8301 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. इससे प्रमाणित होता है कि अगस्त में 38 फीसदी अधिक अपराधी पकड़े गये. इसके अलावा पूरे राज्य में जुलाई तक एक लाख 57 हजार 735 अपराधी जिला- थाना पुलिस द्वारा पकड़े गये. इनमें 119 नक्सली और 4980 हार्डकोर अपराधी हैं. बिहार में अपराध का ग्राफ गिरा है. एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार अपराध के मामले में बिहार 24वें स्थान पर है. बिहार में अपराध की दर एक लाख आबादी पर 228 है. महिलाओं के विरुद्ध अपराध के मामले में बिहार 26वें स्थान पर है. पॉक्सो एक्ट के मामले में कमी आयी है. हत्या और अपहरण के मामले में भी कमी आयी है.
वर्ष 2021 में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध शीर्ष में राष्ट्रीय औसत अपराध दर 64.5 (प्रति एक लाख) है, जबकि इसी वर्ष बिहार में महिलाओं के विरुद्ध अपराध दर 30.2 है, जो कि राष्ट्रीय औसत अपराध दर के आधे से भी कम है. बिहार में महिलाओं के विरुद्ध कुल दर्ज कांडों की तुलना अन्य राज्यों से करें, तो बिहार का स्थान नौवां है. उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, राजस्थान, ओडिसा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र एवं असम महिलाओं के विरुद्ध प्रतिवेदित अपराध में बिहार से ऊपर हैं.
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एडीजीपी ने बताया कि पुलिस – सरकारी कर्मचारी पर हमला करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है. लोगों में यदि गुस्सा है, तो वह कानून के दायरे में प्रकट करें. शारीरिक रूप से हिंसा करेंगे, तो गैर जमानती धाराओं में कांड दर्ज कर कार्रवाई की जायेगी. जुलाई तक 2394 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अगस्त में ही 339 पकड़े गये हैं.
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लगातार बच्चा चोरी की घटनाओं पर एडीजीपी ने कहा कि यह शरारती तत्वों का काम है. बच्चा चोरी की किसी भी घटना से इनकार करते हुए कहा कि जो शिकायत मिली वे सभी मामले झूठे निकले. सभी जिलों को सोशल मीडिया पर नजर रखने का आदेश दिया है. सीवान में महावीर झंडा जुलूस की घटना में 12 से अधिक लोगाें काे गिरफ्तार किया गया है. कांड दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जा रही है.