बिहार के उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव के निरीक्षण के बाद पीएमसीएच की व्यवस्था में रोजाना सुधार किये जा रहे हैं. इसी कड़ी में अब पीएमसीएच के परिसर से लेकर वार्डों में साफ-सफाई कैसी है, अच्छी या घटिया है, इसका निर्धारण अब वार्ड में भर्ती मरीज व उनके परिजन करेंगे.
अस्पताल की व्यवस्था कहां तक माकूल है, मरीज कितने संतुष्ट है, इसके लिए मरीज व उनके परिजन ही व्यवस्थाओं पर अपने सुझाव रेटिंग के माध्यम से देंगे. मरीज अस्पतालों में होने वाली साफ-सफाई की शिकायत या प्रशंसा भी कर सकेंगे. इसका सीधा असर सफाई कंपनी के ठेकेदारों को मिलने वाले भुगतान पर पड़ेगा.
नये नियम के अनुसार अब सफाई कंपनी के सुपरवाइजर द्वारा रोजाना मरीज व उनके परिजनों से फीडबैक लिया जायेगा. मरीजों का फीडबैक के लिए डॉक्यूमेंट में सफाई व्यवस्था का रिकॉर्ड किया जायेगा, अगर मरीज शिकायत करते हैं तो कंपनी का टेंडर भी रद्द किया जायेगा. वहीं जानकारी देते हुए पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ आइएस ठाकुर ने बताया कि सफाई कंपनी को पत्र जारी कर दिया गया है.
नया नियम को आदेश के 24 घंटे के अंदर ही लागू करने का निर्देश दिया गया है. अब रोजाना सुबह व शाम को पांच मरीजों से फीडबैक लेकर उस रिपोर्ट को अधीक्षक कार्यालय में देना होगा. रिपोर्ट के आधार पर सफाई व्यवस्था देखा जायेगा और आगे का निर्णय लिया जायेगा.
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दरअसल बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव बीते दिन अचानक देर रात पीएमसीएच पहुंच गये थे. जहां अधिकतर लोग उन्हें पहचान भी नहीं पाएं. बिना किसी को भनक लगने दिये तेजस्वी यादव जब पीएमसीएच पहुंचे तो वहां की व्यवस्था देखकर गुस्सा गये थे. उपमुख्यमंत्री के आने की भनक लगते ही अस्पताल प्रशासन में भी हड़कंप मच गया था. इसके बाद तेजस्वी यादव ने बैठक कर अधिकारियों को सुधार करने के लिए कई निर्देश दिए थे जिसके बाद से प्रतिदिन कुछ न कुछ बदलाव हो रहा है.