Mathura News: मथुरा के बांके बिहारी मंदिर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर मंगला आरती के दौरान भीड़ का दबाव बढ़ गया जिसके चलते 2 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी. इसको लेकर शासन और प्रशासन ने काशी विश्वनाथ की तरह कॉरिडोर को लेकर सोच विचार शुरू कर दिया है. इसके लिए मथुरा के जिलाधिकारी ने शासन को बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर बनाने का प्रस्ताव भी भेजा था. इसी प्रस्ताव के चलते शुक्रवार को पूर्व अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी व प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम वृंदावन पहुंचे.
विगत श्री कृष्ण जन्माष्टमी की रात्रि में बांके बिहारी मंदिर में रात करीब 1:55 बजे मंगला आरती होनी थी. इसके चलते बांके बिहारी मंदिर में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ पहुंच गई थी. इसी भीड़ के दबाव के चलते मंदिर में 2 श्रद्धालुओं की मौत भी हो गई थी. इसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना की जांच पड़ताल के लिए पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह और अलीगढ़ के कमिश्नर गौरव दयाल को मथुरा भेजा था, जिन्हें 15 दिन में अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपनी थी.
बांके बिहारी मंदिर में हुई घटना के बाद से ही काशी विश्वनाथ की तरह यहां भी कॉरिडोर की मांग तेज हो गई. तमाम सामाजिक संगठनों गोस्वामियों के कुछ गुटों और क्षेत्रीय लोगों के साथ श्रद्धालुओं ने भी कोरिडोर की मांग का पुरजोर समर्थन किया. वहीं मथुरा के जिला अधिकारी नवनीत चहल ने सभी तथ्यों की जांच-पड़ताल कर शासन को बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर बनाए जाने का प्रस्ताव भेजा.
कॉरीडोर की मांग पर सभी तथ्यों की जांच करने व उसकी की संभावना को तलाशने के लिए उत्तर प्रदेश के पूर्व अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी व प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम शुक्रवार को वृंदावन पहुंचे. जहां पर उन्होंने बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर को लेकर टीएफसी के सभागार में बैठक भी की और तहसील से नक्शा भी मंगाया गया. इसको लेकर अधिकारियों के साथ उन्होंने मंथन किया.