ओणम को मलयालम न्यू ईयर भी कहा जाता है. इस दिन लोग अपने घरों को फूल और रंगोली से सजाते हैं. इसके अलावा इस दिन वल्लम यानी स्नेक बोट रेस भी आयोजित की जाती है.
ओनापुकलम- इस त्योहार का प्रमुख हिस्सा फूलों की रंगोली है. ओनापुकलम रंगोली डिजाइन या पैटर्न है जो इस त्योहार पर घरों और मंदिरों के प्रवेश द्वार पर बनाया जाता है. इस फूल की रंगोली का उपयोग मेहमानों के साथ-साथ राजा महाबली के स्वागत के लिए भी किया जाता है.
फूल की रंगोली का उपयोग मेहमानों के साथ-साथ राजा महाबली के स्वागत के लिए भी किया जाता है.
पुकलम में उपयोग किए जाने वाले फूल विष्णुक्रांति, कारुका, मुयाल चेवियन, थिरुथलाली, चेरूला, निलप्पन, कायोनी, मुकुट्टी, पूवमकुरुनिल्ला और उझिंजा हैं, हालांकि, लोगों ने पूकलम के लिए सभी प्रकार के फूलों का उपयोग करना शुरू कर दिया है.
घरों की सजावट के लिए घर के प्रवेश द्वार को गुलाब की माला और गेंदे से सजा सकते हैं. इसे खंभों के चारों ओर माला से लपेट सकते हैं या घर के प्रवेश द्वार पर लटका सकते हैं. यहां आम के पत्तों से तोरण और वाल हैंगिंग भी बना सकते.
भारतीय संस्कृति में दीए का खास महत्व है, ओणम का त्योहार दीयों के बिना अधूरा है. शाम को, आप अपने प्रवेश द्वार और बालकनियों पर दीया या मोमबत्तियां जला सकते हैं जो उत्सव का माहौल देगा.