जिले में नवंबर से माह से प्रीपेड मीटर लगने जा रहा है. मीटर लगाने वाले एजेंसी ने बिजली कंपनी के सहायक व कनीय अभियंताओं को रामदयालु सर्किल ऑफिस में वर्कशॉप आयोजित किया. इसमें मीटर लगाने वाली एजेंसी के प्रतिनिधियों ने नये प्रीपेड मीटर की बारीकी व खूबियों के बारे में बताया. इस मीटर में ब्लूटूथ लगा है. उपभोक्ता कनेक्शन में दिये गये मोबाइल नंबर से मीटर रिचार्ज करते हैं, तो उस समय ब्लूटूथ से मीटर को जोड़ लेते हैं, तो रिचार्ज करने के बाद उन्हें कोड इंटर नहीं करना होगा और मीटर ब्लूटूथ से जुड़ा होने के कारण स्वत: रिचार्ज हो जायेगा.
उपभोक्ता दूसरे मोबाइल नंबर से रिचार्ज करते हैं, तो उन्हें मोबाइल पर आने वाला कोड मीटर में दर्ज करना होगा. इसके लिए मीटर में कीपैड लगा हुआ है. अगर आपके पास एंड्रॉयड मोबाइल नहीं है, तो बिजली कंपनी के अधिकृत काउंटर, सुविधा केंद्र आदि जगहों पर पेमेंट कर कोड ले सकते हैं और उसके बाद कोड को मीटर में दर्ज कर उसे रिचार्ज कर सकते हैं.
मीटर लगाने वाली आयी एजेंसी के प्रतिनिधियों ने कहा कि कोई उपभोक्ता मीटर तेज चलने की शिकायत करते हैं, तो उनके घर पर जाकर इसकी जांच कर उपभोक्ता को बताया जायेगा कि मीटर सही है. पहले जो प्रीपेड मीटर लगे हैं, उसकी तुलना में यह मीटर हाईटेक व सिक्योर है. रिचार्ज कम होने पर तीन दिन पहले उपभोक्ता के दर्ज मोबाइल नंबर पर मैसेज जायेगा. अधीक्षण अभियंता पंकज राजेश ने बताया कि जिले के चारों डिविजन शहरी वन, टू, पश्चिमी, पूर्वी के सहायक व कनीय अभियंताओं को वर्कशॉप के माध्यम से जानकारी दी गयी है. उपभोक्ताओं के शिकायत को कैसे दूर किया जायेगा इसके बारे में बताया गया. कार्यक्रम में पश्चिमी के कार्यपालक अभियंता छबिंद्र कुमार, पूर्वी के मनोज कुमार जायसवाल सहित दोनों डिविजन के सहायक व कनीय अभियंता मौजूद थे.