प्रभात खबर (prabhatkhabar.com) की रिपोर्ट को अटल इनोवेशन मिशन ने अपने सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर शेयर किया है. फेसबुक (facebook), ट्विटर (Twitter) और लिंक्डइन (LinkedIn) पर रिपोर्ट का लिंक शेयर करते हुए लिखा गया है- The best use of knowledge is to share it with others!📚 Rohit Sinha, a 17-year-old #ATL student from #Jamshedpur, gives free technical education to over 5000 people across 14 countries. His efforts have been recognized and lauded globally🙌
इसका मतलब यह हुआ कि ज्ञान का सबसे बेहतरीन उपयोग है, उसे दूसरों के साथ साझा करना. जमशेदपुर के 17 साल के रोहित सिन्हा (Rohit Sinha Jamshedpur) 14 देशों के 5000 से अधिक लोगों को मुफ्त में तकनीकी शिक्षा दे रहे हैं. उनके प्रयासों को वैश्विक स्तर पर मान्यता भी दी गयी है और उसकी सराहना भी हो रही है.
प्रभात खबर ने मंगलवार (6 सितंबर 2022) को पूर्वी सिंहभूम जिला मुख्यालय के प्रतिभाशाली स्टूडेंट रोहित सिन्हा पर एक रिपोर्ट पब्लिश की थी. इसमें बताया गया था कि 17 साल का यह किशोर 14 देशों के 5,000 से अधिक लोगों को मुफ्त में तकनीकी शिक्षा दे रहा है. दुनिया के कई देशों में उनके इस प्रयास की तारीफ हुई है. नीति आयोग को जब उसके कार्यों के बारे में पता चला, तो उसने भी फोन करके रोहित को बधाई दी.
The best use of knowledge is to share it with others!📚
— Atal Innovation Mission Official (@AIMtoInnovate) September 7, 2022
Rohit Sinha, a 17-year-old #ATL student from #Jamshedpur, gives free technical education to over 5000 people across 14 countries.
His efforts have been recognized and lauded globally🙌
Read more: https://t.co/ZvoTC1bbeR
बता दें कि जमशेदपुर के कदमा में रहने वाले रोहित सिन्हा के नाम पहले से भी कई उपलब्धियां हैं. जल्दी ही वह प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल शक्ति पुरस्कार में हिस्सा लेंगे. इससे पहले उन्हें ‘अटल इनोवेशन मिशन’ के टॉप 100 की सूची में 23वां रैंक मिल चुका है. भारत सरकार हर साल 18 वर्ष से कम उम्र के विद्यार्थियों को अनुकरणीय कार्य के लिए सम्मानित करती है. पिछले साल झारखंड से किसी को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल शक्ति पुरस्कार नहीं मिला था.
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि अप्रैल 2021 में अटल टिंकरिंग लैब के सदस्य रोहित ने इनोवेशन पोर्ट कम्युनिटी तैयार की थी. उनकी कम्युनिटी में 10 अमेरिकी भी शामिल थे. इस कम्युनिटी से जुड़े सदस्य ऑनलाइन व ऑफलाइन मोड में छात्रों को तकनीकी ज्ञान सीखने, उनकी वास्तविक स्थिति जानने, अपने कौशल का प्रदर्शन करने और तकनीकी ज्ञान को किस प्रकार से विकसित किया जाये, उसकी ट्रेनिंग देते हैं.
Also Read: झारखंड के 17 वर्ष के रोहित बने दुनिया के 5000 छात्रों के टीचर, अमेरिका के कई गवर्नर ने भेजे प्रशस्ति पत्र