रांची: सेना की ओर से इन दिनों राजधानी के मोरहाबादी मैदान में अग्निवीरों की बहाली की जा रही है. इस बहाली में भाग लेने के लिए राज्य के कोने-कोने से युवा पहुंच रहे हैं. उनके पास इसमें भाग लेने के लिए जरूरी दस्तावेज भी हैं. लेकिन, वार्ड पार्षदों के रूखे व्यवहार और लापरवाह रवैये के कारण राजधानी के ही युवा इस बहाली के लिए जरूरी दस्तावेजों की बाधा पार नहीं कर पा रहे हैं.
दरअसल, अग्निवीर योजना के तहत सेना की बहाली में शामिल होनेवाले युवाओं को जाति, आवासीय, चरित्र सहित अविवाहित होने का प्रमाणपत्र साथ में लेकर आना है. बहाली निदेशक का कहना है कि उक्त प्रमाण पत्रों को मुखिया, सरपंच अथवा अपने क्षेत्र के वार्ड पार्षद से अभिप्रमाणित करवा कर लाना है. जिन अभ्यर्थियों के पास उपरोक्त प्रमाण पत्र नहीं होंगे, उन्हें बहाली में शामिल नहीं किया जायेगा.
इधर, राजधानी के कुछ क्षेत्रों से शिकायत मिल रही है कि संबंधित वार्ड पार्षद युवाओं का प्रमाण पत्र सत्यापित नहीं कर रहे हैं. वार्ड नंबर-20 के पार्षद सुनील यादव के संबंध में भी ऐसी ही शिकायत मिल रही है. श्री यादव अपने पास पहुंचे युवकों को टका सा जवाब दे रहे हैं. उनका कहना था कि हमें सरकार से किसी तरह का अधिकार ही नहीं मिला, तो भला हम किसी के प्रमाण पत्र को सत्यापित क्यों करें? उधर, वार्ड नंबर-19 की पार्षद रोशनी खलखो ने बताया कि वे जिन युवाओं को जानती हैं, उनके प्रमाण पत्र जारी कर रही हैं. वहीं, जिन युवकों के संबंध में उन्हें जानकारी नहीं है, उन्हें प्रामाणिक दस्तावेज लाने को कहा जा रहा है.
रांची. अग्निपथ योजना के तहत देश भर में अग्निवीरों की बहाली हो रही है. इसके तहत झारखंड के 24 जिलों के लिए पांच से 22 सितंबर तक रांची के मोरहाबादी स्थित आर्मी ग्राउंड में सेना भर्ती रैली है. सात सितंबर को खूंटी, कोडरमा, पाकुड़ व लातेहार के 5600 युवा बहाली में शामिल होंगे. आठ सितंबर को जामताड़ा व गढ़वा के 5300 युवाओं को रजिस्ट्रेशन के आधार पर शामिल होना है.
नौ सितंबर को हजारीबाग व सिमडेगा के अभ्यर्थी शामिल होंगे़. मंगलवार को बोकारो जिला के 3200 अभ्यर्थी शामिल हुए. दौड़ व फिजिकल में 260 अभ्यर्थी सफल हुए. उनके प्रमाण पत्र की अंतिम रूप से जांच की गयी. बहाली अधिकारी के अनुसार, 17 सितंबर तक जीडी अभ्यर्थियों की बहाली होगी़ 18 से 22 सितंबर तक क्लर्क, स्टोर कीपर व टेक्निकल अभ्यर्थियों की बहाली होगी.