Varanasi News: कोरोना महामारी के खिलाफ प्रदेश में कोविड-19 वैक्सीन की प्रिकॉशन डोज लगातार जारी है. इस बीच सपा नेता और क्रांति फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल कुमार सिंह के पास बिना वैक्सीन लगवाए ही डोज लगाए जाने का मैसेज आ गया. मैसेज देखने के बाद उन्होने जब सर्टिफिकेट डाउनलोड किया तो वहां उनके वैक्सीनेसन की डेटल में जानकारी दी गई थी, जबकि सपा नेता ने डोज लगवाई ही नहीं.
दरअसल, प्रिकॉशन डोज के लगाए जाने का मैसेज सिर्फ सपा नेता के पास ही नहीं बल्कि अन्य लोगों को भी प्राप्त हुआ है, जिन्होंने डोज ली ही नहीं है. सपा नेता ने इस पूरे मामले में जांच करने की मांग की और वर्तमान सरकार में कोविड वैक्सीनेशन में भारी घोटाला करने का आरोप लगाते हुए फर्जी आंकड़े दिखाने का खेल खेलने की बात कही.
राहुल कुमार सिंह ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि,वे उस समय हैरान रह गये जब घर बैठे-बैठे उनके पास कोविड वैक्सीन की प्रिकॉशन डोज लगने का मैसेज आ गया. उन्होने मात्र पहली दो डोज लगवायी हैं. उन्होंने न तो कोविड वैक्सीन की प्रिकॉशन डोज के लिए स्लाट बुक कराया न ही वो प्रिकॉशन डोज लगवाने कहीं गये. उन्होने बताया कि मैसेज देखने के बाद उन्होने जब सर्टिफिकेट डाउनलोड किया तो वो भी आसानी से हो गया तथा सर्टिफिकेट के अनुसार उन्हें काशी विद्यापीठ ब्लाक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर रविवार 4 सितंबर को श्रीमती मधु तिवारी द्वारा प्रिकाशन डोज लगा दी गयी.
सपा नेता ने आरोप लगाते हुए कहा कि इससे यह स्पष्ट होता है कि फर्जी आंकड़े दिखाने के लिए यह किया गया. उन्होंने वर्तमान सरकार में कोविड वैक्सीनेशन में बड़ा घोटाला किए जाने का आरोप लगाया. लोगों को घर बैठे वैक्सीन लग जा रही है तथा अधिकारी कागज पर आंकड़ों को पूरा करने मे लगे हुए हैं. वैक्सीनेशन के नाम पर आम जनता का पैसा कागजों पर फर्जी आंकड़ें दिखा कर खपाया जा रहा है.
उन्होने कहा कि, अगर इसकी पूरी पारदर्शिता के साथ जांच करायी जाये तो बड़ा घोटाला सामने आयेगा. उन्होने मांग करते हुए कहा कि सरकार को पूरी पारदर्शिता के साथ इस विषय की जांच करानी चाहिए.
रिपोर्ट- विपिन सिंह