धनबाद: बाघमारा प्रखंड की कांड्रा पंचायत के महुदा मोड़ पर 15वें वित्त आयोग की राशि से निजी जमीन पर पीसीसी सड़क बनाने का मामला सामने आया है. योजना संख्या-10/20-21 के तहत निर्मित सड़क की लागत 2.48 लाख रुपये थी. इसमें से दो लाख रुपया का भुगतान हो चुका है. जिस जगह पर पीसीसी सड़क बनायी गयी है, वहां एक मॉल भी है.
निर्मित सड़क लगभग 300 फीट है. गड़बड़ी का मामला सामने आने के बाद बीडीओ सुनील कुमार प्रजापति ने कड़ा रुख अख्तियार किया है. प्रजापति ने पूर्व मुखिया चक्रधारी महतो, पंचायत सेवक एवं रोजगार सेवक निमाई महतो को नोटिस जारी किया है. बताते चलें कि मुखिया रिंकू देवी ने इस बाबत बीडीओ से शिकायत की थी. आरोप है कि इस रास्ते पर एक ही परिवार के लोगों का आना-जाना है. सड़क का एक भाग होलसेल बाजार मॉल के मुख्य द्वार तक सटा है.
जिस समय योजना ली गयी थी, पंचायत के रोजगार सेवक निमाई महतो थे. वहीं चक्रधारी महतो मुखिया थे. बताया जाता है कि बिना नापी पुस्तिका के दो लाख 48 हजार की योजना में से दो लाख रुपये का भुगतान हो चुका है.
मुखिया रिंकू देवी ने आरोप लगाया कि पूर्व रोजगार सेवक, पूर्व मुखिया एवं पंचायत सेवक ने मिलकर 15वें वित्त की राशि का दुरुपयोग किया है. एक निजी मॉल एवं घर के सामने पीसीसी सड़क बना दी. इस संबंध में चक्रधारी महतो का कहना था कि कोई भी योजना ग्राम सभा एवं कार्यकारिणी से पास होने के बाद ही ली जाती है.
मॉल के बाहर सरकारी जमीन पर योजना बनी है. वहीं निमाई महतो का कहना है कि नियमानुसार काम हुआ है. इस संबंध में 15वें वित्त आयोग के प्रखंड समन्वयक मुकेश कुमार महतो ने कहा कि मामले की जानकारी मिली है. जांच कर आगे की कार्रवाई की जायेगी.
Posted By: Sameer Oraon