Varanasi: घाटों के शहर वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर निर्माण के बाद से पर्यटकों का हुजूम उमड़ने लगा है. यहां आने वाले पर्यटकों के लिए काशी विश्वनाथ मंदिर के अलावा गंगा घाटों पर नावों से जल विहार करना भी प्रमुख आकर्षण का केंद्र बिंदु है. काशी में अब जलविहार की भी व्यवस्था सुगम हो चुकी है. इसी कड़ी में पटना से 18 पर्यटकों को लेकर राजमहल क्रूज जलमार्ग से 6 सितंबर को काशी पहुंच रहा है.
सड़कों के जाल और हवाई यात्रा की सुविधा के बाद अब जलमार्ग से भी काशी की यात्रा सुगम हो गयी है. पर्यटकों में भी इसको लेकर उत्साह है. यही कारण है कि फाइव स्टार सुविधा वाले एबीएन राजमहल क्रूज़ को लेकर पर्यटकों ही नहीं लोगों में भी कौतुहल बना हुआ है. राजमहल क्रूज से पटना से काशी आ रहे पर्यटक श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के दर्शन के लिए आ रहे हैं.
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम लोकार्पण और काशी के कायाकल्प के बाद पहली बार एबीएन राजमहल क्रूज़ वाराणसी पहुंच रहा है. इस क्रूज में बदलते बनारस को देखने के लिए विदेशियों का एक दल पटना से वाराणसी जल मार्ग से आ रहा है. विदेशी मेहमान वाराणसी और चुनार घूमेंगे. इसके बाद ये भगवान बुद्ध की तपोस्थली सारनाथ देखेंगे.
इसके बाद काशी विश्वनाथ धाम, गंगा आरती और बनारस की गलियों का लुत्फ भी पर्यटकों का ये दल उठाएगा. ये दल रामनगर फोर्ट भी देखने जाएगा. जल मार्ग से आया पर्यटकों का ये दल 9 सितंबर को हवाई मार्ग से अपने को गंतव्य को रवाना हो जाएगा. पीएम नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से काशी का कायाकल्प होने के बाद से ही पर्यटकों की आमद बढ़ गई है. सिर्फ़ सावन के महीने में ही रिकॉर्ड एक करोड़ से ज़्यादा पर्यटक के काशी आए थे.
असम बंगाल नेविगेशन कंपनी के जीएम कुनाल सिंह ने बताया कि 7 दिनों के इस टूर में देसी और विदेशी सैलानी हैं. फाइव स्टार सुविधा वाले इस क्रूज़ पर 13 ब्रिटिश, 3 जर्मन और 2 भारतीय पर्यटक सवार हैं. पर्यटकों का ये सफ़र 2 सितंबर को पटना से शुरू हुआ है, जो मनेर, बक्सर, गाज़ीपुर होता हुआ 6 सितंबर को दोपहर बाद वाराणसी पहुंचेगा.
कुनाल सिंह ने बताया कि क्रूज अंतर्राष्टीय मानक के अनुरूप है. इसमें 22 कमरे हैं. जिसमे 40 लोग रह सकते हैं. कमरों अलावा डाइंनिग हाल, सनडिक, सैलून आदि की व्यवस्था है. साथ में ब्रेक फ़ास्ट, लंच और डिनर की भी सुविधा है. एबीएन राजमहल क्रूज़ की रामनगर बंदरगाह पर लंगर करने की संभावना है.
भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण ने पर्यटकों को कोई असुविधा न हो इसलिए सुरक्षा को लेकर वाराणसी पुलिस कमिश्नर से सुरक्षा की मांग की है. इसके पहले वाराणसी से हल्दिया तक जलपोतों से व्यवसायिक सामानों की ख़ेप जा चुकी है. जिसके लिए रामनगर में एक बड़े बंदरगाह का निर्माण हुआ है.