दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने सोमवार को दावा किया कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के एक अधिकारी ने इसलिए आत्महत्या कर ली, क्योंकि उस पर उन्हें झूठे आबकारी मामले में फंसाने के लिए दबाव डाला गया था. सिसोदिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वह केवल विधायकों की खरीद फरोख्त करके गैर-भाजपा राज्यों में सरकारों को अस्थिर करने के बारे में सोचते हैं. सीबीआई ने पिछले साल नवंबर में लाई गई दिल्ली आबकारी नीति तैयार करने और लागू करने में कथित अनियमितताओं की जांच के लिए प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पिछले महीने सिसोदिया के दिल्ली स्थित आवास पर छापा मारा था.
मनीष सिसोदिया ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान आरोप लगाया, ”सीबीआई के एक अधिकारी पर मुझे झूठे आबकारी मामले में फंसाने के लिए दबाव डाला गया. वह मानसिक दबाव नहीं झेल सका और दो दिन पहले आत्महत्या कर ली. यह वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है, मैं बहुत व्यथित हूं.”
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मनीष सिसोदिया ने भाजपा के स्टिंग ऑपरेशन को फर्जी करार दिया. उन्होंने कहा, एक भी पैसे का घोटाला नहीं हुआ है. सिसोदिया ने कहा कि उन्हें गिरफ्तार करने के लिए अधिकारियों पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है. भाजपा नेता संबित पात्रा ने वीडियो जारी करते हुए कहा कि यह उजागर करेगा कि “दिल्ली सरकार कैसे भ्रष्ट है.” ‘स्टिंग ऑपरेशन’ टेप में कुलविंदर मारवा शामिल हैं, जिनका बेटा दिल्ली शराब घोटाले में आरोपी है. उन्होंने कहा, ”मैं प्रधानमंत्री से पूछना चाहता हूं कि अधिकारियों पर इतना दबाव क्यों डाला जा रहा है कि वे इतना बड़ा कदम उठाने के लिए मजबूर हो रहे हैं. आप चाहें तो मुझे गिरफ्तार कर लें, लेकिन अपने अधिकारियों के परिवारों को बर्बाद न करें.” उन्होंने मोदी से यह भी सवाल किया कि क्या केंद्र के पास केवल ‘ऑपरेशन लोटस’ का ही काम है. (भाषा)