भागलपुर: गंगा व कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि के बाद जिला प्रशासन द्वारा राहत व बचाव कार्य किया जा रहा है. विभिन्न जगहों पर फ्लड फाइटिंग का काम चल रहा है. मृतकों के आश्रितों को अनुदान राशि दी जा रही है. राहत शिविरों के शुरू करने के निर्णय लिये गये हैं. जिला प्रशासन के अनुसार भागलपुर में पिछले दो दिनों से गंगा नदी का जलस्तर स्थिर है. आगामी दिनों में जलस्तर में कमी का पूर्वानुमान है, जिससे जनजीवन सामान्य होने की संभावना है.
बता दें कि बीते दिनों बाढ़ में डूबने से पांच लोगों की मौत नाथनगर व जगदीशपुर अंचल में हो गयी थी. उनके आश्रितों के बीच अनुदान राशि के चेक का वितरण किया गया. नाथनगर के चार व जगदीशपुर अंचल के एक मृतकों के आश्रितों को चेक के माध्यम से अनुदान की राशि का वितरण किया गया.
नारायणपुर में सात, रंगरा में नौ, गोपालपुर में दो, सुलतानगंज में पांच, नाथनगर में पांच, सबौर में तीन, पीरपैंती में 10, कहलगांव में नौ, इस्माइलपुर में छह व नवगछिया एक नाव का परिचालन हो रहा है.
नाथनगर अंचल के तीन पशु सहाय्य शिविरों में अबतक 250 पशुओं की चिकित्सा की गयी है. वहीं, स्वास्थ्य विभाग की ओर से 14 चलंत चिकित्सा दल के द्वारा रविवार को 417 मरीजों का इलाज किया गया. अबतक 60 लोगों को कोविड का टीका दिया गया. रविवार को 40 लोगों का एंटीजन व 10 लोगों का आरटीपीसीआर टेस्ट हुआ. 560 हेलोजन टैबलेट व 539 ओआरएस का वितरण किया गया.
पीड़ित परिवारों के बीच अबतक 1545 पॉलीथिन शीट्स बांटी गयी. वहीं, PHED के द्वारा उंचे स्थलों पर अबतक कुल 20 चापाकल व 78 शौचालय का निर्माण कराया गया है. 13 शौचालय निर्माणाधीन है.
नौ अंचलों में रविवार को 147 अस्थायी आंगनबाड़ी केंद्र संचालित किये गये. इसके अलावे जलस्तर वृद्धि के कारण बाढ नियंत्रण प्रमंडल, नवगछिया व भागलपुर द्वारा तटबंध की निगरानी पुलिस बल के साथ की जा रही है.
पीरपैंती प्रखंड क्षेत्र के मलकपुर दियारा, खबासपुर व बाबूपुर और नगर निगम में टीएनबी कॉलेजिएट, टिल्हा कोठी, चर्च मैदान, हवाई अड्डा, सबौर अंचल में खानकिता व सबौर.