नोएडा में बनाए गए ट्विन टावर (Noida Twin Tower) को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के आदेश के बाद गिरा दिया गया. जिसके 5 दिन बाद ही सुपरटेक के चेयरमैन आर के अरोड़ा का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि वो उसी जगह पर एक नया हाउसिंग प्रोजेक्ट(Housing Project) तैयार करना चाहते हैं.
आर के अरोड़ा ने आगे कहा जमीन हमारी ही है और हम जल्द ही नोएडा अथॉरिटी के पास नए प्लान जमा कराएंगे. अगर इसके लिए एमराल्ड कोर्ट के RWA की सहमति की ज़रूरत होगी तो वो भी हासिल करेंगे. उस जमीन पर मंदिर बनाने के बारे में पूछे जानें पर कहा कि आरडब्ल्यूए को कुछ भी विकसित करने के लिए जमीन का मालिक होना चाहिए.
एमराल्ड कोर्ट के RWA ने ही ट्विन टावरों के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ी थी और आखिर में उसे गिरवाकर ही मानें. मामले में एमराल्ड कोर्ट के RWA प्रेसीडेंट का कहना है कि इस जमीन का इस्तेमाल कैसे होगा ये हम तय करेंगे सुपरटेक नहीं.
सुपरटेक लिमिटेड के अध्यक्ष आर के अरोड़ा ने कहा है कि वो ट्विन टावर के जगह पर ही नए आवास परियोजना बनाना चाहते हैं. अगर उन्हें इसकी अनुमति नहीं मिलती है तो ट्विन टावर को बनाने में लगभग 500 करोड़ की लागत लगी थी जिसका नुकसान हुआ है. वो इन लागतों और अन्य खर्चों के वापसी की मांग करेंगे.
अरोड़ा ने कहा कि हमने स्थापना के बाद से होमबॉयर्स को 70,000 से अधिक यूनिट्स की डिलीवरी पूरी कर दी थी और अगले दो वर्षों में बाकी के 20,000 होमबॉयर्स को डिलीवरी देने के लिए तैयर थे.