गोपालगंज( मनीष राज). कोरोना महामारी के कारण दो वर्ष तक मां दुर्गा की पूजा शहर में नहीं हो सकी. सच पूछिए तो वर्ष 2016 में दंगा के बाद से ही दुर्गापूजा पर संकट के बादल छाने लगे थे. इस बार दुर्गापूजा को लेकर खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. इस वर्ष दुर्गापूजा समितियों की ओर से व्यापक तैयारियां की जा रही हैं. पूजा में हर समिति की तरफ से अपना अलग पहचान बनाने की कोशिश रहती है. इस बार जनता सिनेमा रोड में शिव दल की ओर से तैयार किये जा रहे पंडाल का आकार उत्तराखंड में स्थित बाबा केदारनाथ मंदिर का स्वरूप होगा.
केदारनाथ मंदिर में मां दुर्गा बिराजमान होंगी. कोलकाता से पंडाल बनाने के लिए गोपाल हाजरा की टीम दिन-रात एक कर स्वरूप को उतारने में जुटी है. पंडाल बनाने में 520 बांस लगाये जा रहे हैं. पंडाल पूजा के दौरान आकर्षण का केंद्र होगा, जबकि कोलकाता से आये मूर्तिकार नरेश जी की टीम जुटी है.पंडाल के निर्माण में 10 लाख रुपये की खर्च होने का अनुमान है. कोरोना के कारण महंगाई में 40 से 50 फीसदी बढ़ने के कारण पूजा में हर सामग्री महंगा हो गयी है. ऐसे में आयोजन समिति के सामने आर्थिक संकट बढ़ा हुआ है.
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पंडाल बनाने में अनुमानित खर्च-10 लाख
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मूर्ति व साज-सज्जा में खर्च-4.5 लाख
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पंडाल बनाने में लगे कारीगर-14
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लाइटिंग में -01 लाख
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पंडाल व मूर्ति बनाने में -39 दिन
शिव दल पूजा समिति के सदस्यों ने कहा कि शिव दल की ओर से हर बार भक्तों के ख्याल रखकर तैयारी की जा रही. आपसी सौहार्द, समृद्धि, शांति के माहौल में पूजा कराने की तैयारी की जा रही है. शहर के लोगों से भी सहयोगी की अपेक्षा है. वहीं, इनके सहयोग से इस बार दशहरा पर्व की तैयारी की जा रही है.