पटना में ज्ञान निकेतन विद्यालय (दानापुर) विट्ठल विहार परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘इन्द्रधनुष’ का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए विशिष्ट अतिथि विद्यालय प्रबंध समिति चेयरमैन डॉ. इम्तियाज अहमद ने कहा कि ऐसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों को व्यक्तित्व के विकास में सहायक माना. उन्होंने कहा कि गायन-वादन एवं नृत्य ही वे साधन हैं, जिनसे हम जीवन के संघर्ष को आपसी सद्भाव में बदल सकते हैं.
कार्यक्रम में अवकाशप्राप्त कुलपति पटना विश्वविद्यालय एलएन राम ने बच्चों में कलात्मक विकास के लिए ऐसे कार्यक्रमों की आवश्यकता पर बल दिया. विद्यालय के निदेशक सायण कुणाल ने तनाव- रहित खुशनुमा माहौल में शिक्षण कार्य की प्रशंसा की. विद्यालय-प्रशासिका श्रीमती अनीता कुणाल छात्रों की अभिनय-कला की प्रशंसा करते हुए उनके सफलतम जीवन की कामना की.
कार्यक्रम का आरंभ अनन्त, अरमान, अनिमेष, संयम, आयुष आदि के गणेश-वन्दना से हुआ. यश, आदर्श, शिवम कुमार और उनके साथियों ने स्वागतगीत प्रस्तुत किया. विद्यालय के प्राचार्य जेके मुखर्जी ने सतरंगी आभा लिए इन्द्रधनुष कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों का स्वागत किया. विवेक, अक्षित, उमंग के काव्य-पाठ तथा ओम सिंह, कृष्णा, यशस्वी, प्रीतम, हार्दिक आदि के अंग्रेजी नाटक पेश किया.
वहीं नमन, शोजित, आयुष, चिराग, नैतिक आदि के द्वारा लोक नृत्य, भांगड़ा और अयन उत्कर्ष, अमृत राज, आयुष और उनके मित्रों द्वारा प्रदर्शित हिन्दी एकांकी ने भी खूब तालियाँ बटोरी. आदर्श, श्रेयांश, मानव आदि के डांडिया नृत्य ने दर्शकों को झुमाया तो शशिकान्त, सिद्धान्त, सार्थक, अथर्व, आदित्य आदि के द्वारा किए ‘धमाल ऑन रैम्प’ से तो धमाल ही हो गया.