केंद्र की प्रमुख योजना पोषण अभियान को लागू करने करने में बड़े राज्यों में महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और गुजरात अव्वल रहे हैं. नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, छोटे राज्यों में बेहतर प्रदर्शन करने वालों में सिक्किम सबसे आगे है. ‘भारत में पोषण के स्तर पर प्रगति का संरक्षण: महामारी के समय में पोषण अभियान’ शीर्षक से जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि 19 बड़े राज्यों में से 12 का क्रियान्वयन अंक 70 प्रतिशत से अधिक है.
75 फीसदी से अधिक बच्चों को लगा टीका: रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्र शासित प्रदेशों में दादरा एवं नगर हवेली तथा दमन एवं दीव शीर्ष स्थान पर रहे. जबकि पंजाब और बिहार पोषण अभियान के पूर्ण रूप से क्रियान्वयन के मामले में बड़े राज्यों की श्रेणी में सबसे निचले पायदान पर रहे. इसमें कहा गया है कि केवल 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 12 से 23 महीनों के 75 प्रतिशत से अधिक बच्चों को टीका लगा है जबकि 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 25 प्रतिशत से कम बच्चों को टीका लगा है.
50 फीसदी से कम कोष का हुआ उपयोग: रिपोर्ट के अनुसार, पोषण अभियान के तहत कोष के उपयोग की स्थिति निचले स्तर पर है. 23 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 50 प्रतिशत से कम कोष का उपयोग हुआ है. इसमें कहा गया है, ‘‘कर्मचारियों की नियुक्ति, उपकरणों की खरीद जैसे उपायों के माध्यम से इसके उपयोग में तेजी लाने की तत्काल आवश्यकता है.
गुणवत्ता में सुधार लाने का सुझाव: रिपोर्ट में पोषण अभियान के लिये जारी कोष के उपयोग में तेजी लाने और पर्याप्त संख्या में स्वास्थ्य सुविधाओं तथा आपूर्ति सुनिश्चित करने की जरूरत पर बल दिया गया है. इसमें आईसीडीएस (एकीकृत बाल विकास योजना) और स्वास्थ्य मंचों को मजबूत कर आवश्यक स्वास्थ्य तथा पोषण दायरा बढ़ाने और उसकी गुणवत्ता में सुधार लाने का भी सुझाव दिया गया है.