Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेंगलूरु के बाहरी इलाके में स्थित धर्मस्थल मंजुनाथेश्वर प्राकृतिक चिकित्सा व यौगिक विज्ञान संस्थान के क्षेमवन नामक वेलनेस सेंटर का उद्घाटन किया. सीएम योगी ने कहा कि बेंगलुरु को आईटी और बायोटेक्नोलॉजी का हब माना जाता है. अब यह तेजी के साथ ट्रेडिशनल मेडिसिन के हब के रूप में दुनिया का मार्गदर्शन करता दिखाई दे रहा है. सीएम ने कहा कि कर्नाटक को वैसे भी ‘संकट का साथी’ बताया गया है. प्रभु श्रीराम जब वन में सहयोग के लिए भटक रहे थे तब इसी कर्नाटक में बजरंगबली मारुतिनंदन हनुमान जी उनकी सहायता को आगे आए थे.
उन्होंने कहा कि आईटी हब के रूप में सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नेतृत्व करने वाला शहर अब प्राकृतिक चिकित्सा व यौगिक विज्ञान के क्षेत्र में दुनिया का मार्गदर्शन करेगा. ऐसे केन्द्र आज की आवश्यकता हैं. हमारे ऋषियों ने कहा कि शरीर धर्म का साधन है. स्वस्थ शरीर ही सभी कार्यों को कर सकता है. इसमें योग, आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा का महत्वपूर्ण स्थान है. कोविड-19 के समय इम्युनिटी बढ़ाने में भारत की परम्परागत चिकित्सा पध्दति का महत्वपूर्ण योगदान रहा है.
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सीएम योगी ने कहा कि बेंगलुरु को आईटी और बायोटेक्नोलॉजी का हब माना जाता है. अब यह तेजी के साथ ट्रेडिशनल मेडिसिन के हब के रूप में दुनिया का मार्गदर्शन करता दिखाई दे रहा है. खासतौर पर जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन यूएस डॉलर बनाने की ओर अग्रसर हैं, तब हमें अपनी कार्यपद्धति में टेक्नोलॉजी के साथ जुड़ते हुए प्रोफेशनलिज्म लाना होगा. प्रधानमंत्री मोदी के अभियान का हिस्सा बनने के लिए सरकार और पब्लिक को साथ मिलकर प्रयास करना होगा. सभी सामाजिक, धार्मिक, आध्यात्मिक और अन्य संस्थान जब इस अभियान के साथ जुड़ेंगे तो इसके परिणाम उसी रूप में आते हुए दिखाई देंगे.
सीएम योगी ने कहा कि भारत की ऋषि परम्परा ने इस बात को माना है कि ‘शरीरमाद्यं खलु धर्म साधनम्’, यानी जितने भी धर्म के साधन हैं ये सभी शरीर के ही माध्यम से हो पाएंगे. स्वस्थ शरीर ही इन सभी कार्यों को सम्पन्न कर सकता है। उन्होंने कहा कि योग की ताकत को लोगों ने कोविड-19 के दौरान स्वीकार किया है. कोविड के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत को सुरक्षित निकालने का रास्ता मिलता गया.