बांका : लद्दाख के गलवान घाटी में बॉयलर के फटने से ड्यूटी पर तैनात करीब 22 वर्षीय आर्मी जवान सुधांशु कुमार शहीद हो गये. जिनका शव गुरुवार को भी उसके पैतृक गांव सकहारा नहीं पहुंचा है. शहीद के अंतिम दर्शन के लिए लोग यहां व्याकुल हो रहे हैं. आर्मी जवान सकहारा गांव निवासी राजेश चौधरी एवं संगीता देवी का इकलौता पुत्र था.
मृतक आर्मी जवान के घर पर उसके दादा अनंत चौधरी के अलावे दादी एवं अन्य रिश्तेदारों का रो-रो कर बुरा हाल है. दादा-दादी उसके बचपन की शरारत एवं उसके प्यार को भूल नहीं पा रहे हैं. आर्मी जवान सुधांशु के पिता राजेश चौधरी एवं मां संगीता देवी सहित आर्मी जवान के चाचा ब्रजेश चौधरी इलाजरत पुत्र को देखने के लिए गये थे जो अब तक घर नहीं लौट पाये हैं. घरवालों का कहना है कि मां पिता सहित चाचा सुधांशु के शव के साथ ही घर पहुंचेंगे.
शहीद जवान के शव यात्रा में क्षेत्र के हजारों लोग शामिल होंगे इसके लिए युवा व्हाट्सएप एवं फेसबुक के जरिए लगातार क्षेत्रवासियों से अपील कर रहे हैं. युवाओं का कहना है कि सुधांशु देश की रक्षा करने के लिए गया था और कर्तव्य के दौरान ही वो शहीद हो गये है. अब हम लोगों को अपने-अपने कर्तव्य का पालन करना है.
मृतक आर्मी जवान सुधांशु के शव का पोस्टमार्टम हो चुका है. घर वालों ने बताया कि शव को घर तक लाने के लिए कागजी खानापूरी कर ली गयी है. शुक्रवार की दोपहर तक सुधांशु का शव घर पहुंचेगा.
क्षेत्र के युवा आर्मी जवान सुधांशु की याद में स्टेडियम बनाकर नामकरण करने, गांव के समीप द्वार बनाना एवं नवादा बाजार चौक पर प्रतिमा लगाने की मांग कर रहे हैं. युवाओं ने क्षेत्रीय विधायक के नाम आवेदन देकर कहा है कि नवादा बाजार के समीप राज बांध में सुधांशु के नाम से स्टेडियम का निर्माण किया जाय. साथ ही नवादा बाजार चौक पर प्रतिमा लगाने, सकहारा गांव के समीप द्वार बनाने की मांग की है. वहीं पंचायत के मुखिया से भी गांव में प्रतिमा लगाने की मांग की है.