गुमला : गुमला शहर के बाजारटांड़ स्थित पानी टंकी परिसर में मछलियों के अवशेष और सड़ा-गला आलू, प्याज सहित अन्य हरी साग-सब्जियां फेंकी जा रही है. जिसका खामियाजा शहरवासियों को भुगतना पड़ रहा है. बुधवार की सुबह में लगभग पांच कर्मी संजू गोप अन्य कर्मियों के साथ पानी टंकी पहुंचा था. जहां संजू को जलापूर्ति के लिए पाइप का लॉक खोलना था.
परंतु जब संजू व अन्य कर्मी वहां पहुंचे, तो देखा कि जहां से पाइप का लॉक खोलना था. वहां मछली का बचा हुआ अवशेष पड़ा हुआ था. इसके साथ ही जहां-तहां सड़ा-गला हुआ आलू, प्याज सहित अन्य सब्जियां फेंकी हुई दिखी. इससे दुर्गंध फैल रही थी. संजू ने इसकी जानकारी वार्ड पार्षद को दी. पार्षद ने इसकी जानकारी नप उपाध्यक्ष मोहम्मद कलीम अख्तर को दी.
इसके बाद दोनों पानी टंकी पहुंचे. जहां दोनों जनप्रतिनिधियों ने कर्मी संजू की शिकायत सही पायी. इस दौरान पीएचइडी के कर्मी रामसागर राम भी पहुंचे. वहीं कर्मी संजू ने वहां गंदगी देख लॉक खोलने से इंकार कर दिया. जिस कारण पिछले कुछ दिनों की भांति ही बुधवार को भी सुबह में जलापूर्ति नहीं हो पायी.
उपाध्यक्ष ने कहा कि कुछ लोगों की लापरवाही और नासमझी के कारण शहरवासियों को परेशानी हो रही है. यह स्थल कूड़ा-कचरा फेंकने के लिए नहीं, बल्कि पेयजलापूर्ति के लिए बना है. इसके बावजूद लोग अपनी बेवकूफी से हजारों लोगों को परेशान कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यहां कूड़ा-कचरा फेंकने वालों को चिह्नित कर कार्रवाई करेंगे. वहीं वार्ड पार्षद सीता देवी ने पानी टंकी की निगरानी के लिए प्रशासन से सीसीटीवी कैमरा लगवाने की मांग की. कहा कि परिसर में चारों ओर गंदगी और झाड़ियां हैं. इसके सफाई की भी जरूरत है. पानी टंकी के रूम का दरवाजा भी क्षतिग्रस्त है. दरवाजा भी दुरुस्त कराने की जरूरत है.