Ranchi news: राजधानी के दो युवा ‘पंकज राज’ और ‘जॉय चंपी’ अपनी रचनाशिल्ता से हॉलीवुड में दस्तक दे चुके हैं. एरिना एनिमेशन रांची से पासआउट होने के बाद दोनों युवा अब हॉलीवुड की हिट फेंचाइजी ‘मार्वेल सिनिमैटिक यूनिवर्स (एमसीयू)’ और ‘डिटेक्टिव कॉमिक्स (डीसी)’ से जुड़कर काम कर रहे हैं. इनके बेहतर काम को अब क्रेडिट मिल रहा है. पंकज ने एमसीयू की हालिया रीलिज फिल्म ‘थॉर : लव एंड थंडर’ में स्टिरियो कंपोजिटर यानी टू-डी फिल्म को थ्री-डी में कंपोज किया है. वहीं, जॉय चंपी एमसीयू की वेबसीरीज ‘मिस मार्वल’ व ‘शी हल्क’ में बतौर पेंट एंड रोटो आर्टिस्ट यानी स्क्रिन पर दिखने वाले स्पेशल इफेक्ट्स देने का काम किया है. इन दोनों युवाओं से हुई खास बातचीत पर पेश है रिपोर्ट…
एवेंजर्स : एज ऑफ अल्ट्रॉन से मिला ब्रेक
लालपुर के पंकज राज ने बताया कि एरिना एनिमेशन से 2014 में पासआउट होने के बाद पुणे चले गये. कुछ दिनों तक एडिटिंग का काम किया. 2015 में डीलक्स इंटरटेनमेंट, पुणे (अब एचडीएफएक्स टोरंटो की कंपनी) ने हॉलीवुड के एक फिल्म को थ्री-डी में बदलने का काम दिया. काम मिलने से पहले पता नहीं था कि फिल्म कौन सी है. काम शुरू करने पर पता चला ‘एवेंजर्स : एज ऑफ अल्ट्रॉन’ को थ्री-डी में बदलने की जिम्मेवारी मिली है. हिट फेंचाइजी में गलती की कोई गुंजाइस नहीं होती इसलिए दिये गये समय पर काम पूरा किया. इसके बाद मॉर्टल इंजर, एवेंजर्स : एंड गेम, स्टार वार्स सीरीज, दी बिस्ट, डोलिटिल जैसे कई हिट फिल्म में काम करने का मौका मिला.
ब्लैक पैंथर : वकांडा फॉरेवर’ को कर रहे कंपोज
पंकज ने बताया कि टू-डी में बनी फिल्म को थ्री-डी में बदलने में इंटर चेंज कलर और इंटरलीफ वर्क करना होता है. इसमें प्रत्येक कैरेक्टर व सब्जेक्ट और उसके बैकग्राउंड को अलग-अलग करने के बाद उसे थ्री-डी में बदलते है. पंकज मूल रूप से जगदिशपुर, आरा(बिहार) के रहने वाले है. वर्तमान में एमसीयू के ‘ब्लैक पैंथर : वकांडा फॉरेवर’ को कंपोज कर रहे हैं.
सपने में नहीं सोचा था एमसीयू और डीसी से जुड़कर काम करूंगा
हेसाग, हटिया के जॉय चंपी 2015 में बीए वीएफएक्स कोर्स करने के बाद गोवा के प्राइम फोकस से जुड़कर पेंट एंड रोटो आर्टिस्ट का काम कर रहे थे. वीएफएक्स में कमांड हासिल किया और 2017 की शुरुआत में पुणे चले गये. वहां ‘कंपनी थ्री-मेडथ स्टूडियो’ हॉलीवुड की कंपनी में काम मिला. सुपरविजन संजय चौधरी, ओम के और बिंदु महादेव कर रहे थे. पहला ब्रेक डीसी फेंचाइजी की ‘वंडर वुमन’ में स्पेशल एफेक्टस देना था. प्रोजेक्ट पूरा होने पर हॉलीवुड से काम की सराहना हुई. इसके बाद पीछे मुड़कर देखने का मौका नहीं मिला. इसके बाद निंजा टर्टल, ट्रांसफॉरमर्स, रैंपेज, एलिटा : दी बैटेल एजेंल, स्टार वॉर्स जैसी फिल्म में बतौर पेंट आर्टिस्ट काम किया. अच्छे काम को देख कंपनी ने एमसीयू के प्रोजेक्टस में शामिल किया. यह सपने जैसा था.
आने वाले दिनों में वीएफएक्स टीम को लीड करने का मौका
एमसीयू का पहला प्रोजेक्ट ‘मिस मार्वल’ हाथ लगी. इस वेबसीरीज का काम पूरा करने पर एमसीयू ने क्रेडिट लिस्ट में जगह दी. और अगले प्रोजेक्ट ‘शी हल्क : एटॉर्नी एट लॉ’ का काम सौंप दिया. जॉय ने बताया कि वे अब कंपोजिटिंग में खुद को बेहतर कर रहे हैं ताकि आने वाले दिनों में वीएफएक्स टीम को लीड करने का मौका मिले.
रिपोर्ट- अभिषेक रॉय