रांची : झारखंड में बदलते राजनीतिक हालात पर कांग्रेस आलाकमान ने सख्त रुख अपनाया है. पार्टी के एक-एक विधायकों पर नजर रखी जा रही है. प्रभारी अविनाश पांडेय को रांची भेजा गया है. पिछले दो दिनों से रांची में कैंप कर रहे अविनाश पांडेय व प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर भी विधायकों के संग रायपुर गये हैं. शनिवार को रांची पहुंचते ही उन्होंने विधायक दल की बैठक की. रविवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ बंद कमरे में बातचीत की.
इसके बाद मुख्यमंत्री आवास पहुंच कर यूपीए विधायक दल की बैठक में शामिल हुए. कांग्रेस नेतृत्व ने इससे पहले कैश कांड में फंसे पार्टी के तीनों विधायकों इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी व राजेश कच्छप को निलंबित कर स्पष्ट संकेत देने का काम किया. साथ ही कारण बताओ नोटिस का जारी कर जवाब मांगा. पार्टी के तीन विधायकों की ओर से दलबदल के तहत स्पीकर के पास कैश कांड में फंसे विधायकों की सदस्यता समाप्त करने की शिकायत दर्ज करायी गयी. इस मामले में स्पीकर ने नोटिस जारी कर तीनों विधायकों से जवाब मांगा है. इन्हें एक सितंबर को अपना पक्ष रखना है.
रांची मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले को लेकर इन दिनों सीएम आवास में सरगर्मी बढ़ी हुई है. पिछले दो दिनों से वहां शांति थी. पर अचानक मंगलवार की सुबह 10 बजे से ही सीएम आवास में गतिविधि बढ़ने लगी. पत्रकारों को फोन घनघनाने लगे. सब एक दूसरे से पूछ रहे थे कि क्या विधायकों को रायपुर भेजा जा रहा है. एक बार फिर लगा कि कहीं 25 अगस्त की तरह ये अफवाह साबित न हो.
एक विधायक से पूछा गया तो उन्होंने इतना ही कहा कि हम नहीं जानते कि कहां जाना है. पर इतना है कि सीएम आवास में सबको 12 बजे बुलाया गया है. विधायकों का जुटान सीएम आवास में दिन के 11 बजे से ही शुरू हो गया.
कांग्रेस के बादल पत्रलेख, शिल्पी नेता तिर्की, उमाशंकर अकेला, मंत्री जगरनाथ महतो, विधायक सरफराज अहमद, सुदिव्य कुमार सोनू, रामेश्वर उरांव, अंबा प्रसाद, बन्ना गुप्ता सहित कई विधायक मुख्यमंत्री आवास पहुंच चुके थे. फिर करीब 12 बजे पता चला कि कोलकाता से इंडिगो की विशेष विमान मंगाया जा रही है. इधर झारखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय लगातार चार दिनों से रांची में डेरा डाले हुए थे.
इसके पूर्व सीएम आवास में सभी विधायकों के साथ बैठक हुई. उन्हें बताया गया कि एहतियातन सभी विधायकों को रायपुर भेजा जा रहा है. ताकि हार्स ट्रेडिंग का मामला न बने. सरकार भी सुरक्षित रहेगी. जरूरत पड़ेगी तो तत्काल विधायकों को रांची बुला लिया जायेगा. विधायकों ने एक सुर में हेमंत के साथ देने की बात भी कही.
झामुमो के केंद्रीय महासचिव बिनोद पांडेय ने बताया कि अभी तो फिलहाल विधायकों को एकजुट रखा जा रहा है. आगे की रणनीति पर बाद में विचार होगा.
मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि भाजपा द्वारा एक ही काम किया जाता है विपक्ष की सरकार को तोड़ो. इसलिए आत्मरक्षा के लिए यह कदम उठाया जा रहा है. विधायकों को एकजुट रखने का प्रयास है. सारे विधायक एकजुट हैं.
Posted By: Sameer Oraon