किशनगंज: जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री मंगलवार को जिला कोषागार का निरीक्षण किया. निरीक्षण के क्रम में वरीय कोषागार पदाधिकारी नरेन्द्र कुमार राम एवं सहायक कोषागार पदाधिकारी मो नुरूल हक के साथ-साथ कोषागार में कार्यरत लिपिक, कर्मी उपस्थित थे. डीएम ने कोषागार में स्वीकृत बल के विरूद्ध कार्यरत बल की समीक्षा की.
डीएम ने स्टाम्प पंजी का भी निरीक्षण किया. स्थिति सामान्य पाया गया. कोषागार कार्यालय में साफ-सफाई की कमी को देख डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कोषागार पदाधिकारी को साफ-सफाई पर ध्यान देने का निर्देश दिया.डीएम ने कोषागार के स्ट्रांग रूम का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के क्रम में भवन की स्थिति काफी जर्जर पायी गई. वरीय कोषागार पदाधिकारी को भवन की मरम्मति कराने एवं रंग-रोगन की कार्रवाई के लिए पत्राचार करने का निदेश दिया गया.
डीएम ने कहा कि कोषागार के सभी पंजियों, संचिकाओं, मासिक लेखा, एचआरएमएस के संबंध में निरीक्षण किया. निरीक्षण के क्रम में प्राप्त पंजी एवं निर्गत पंजी को अद्यतन करने तथा पंजी के सभी स्तम्भों को नियमित रूप से भरने का निदेश दिया गया. कोषागार में पारित होने वाले विपत्रों एवं कार्यरत पदाधिकारियों, कर्मियों की बायोमैट्रिक के माध्यम से उपस्थिति का भी निरीक्षण किया गया. डीएम ने कोषागार से पेंशन प्राप्त कर रहे पेंशनरों को ससमय पेंशन भुगतान करने का निर्देश दिया गया. डीएम ने निर्देश दिया गया कि बायोमैट्रिक मशीन में कर्मियों की उपस्थिति के साथ-साथ मशीन में अवकाश संबंधी लेखा भी अद्यतन किया जाना होता है, इसके लिए सुयोग्य कर्मी के माध्यम से बायोमैट्रिक मशीन में अवकाश संबंधी विवरणी अद्यतन कराना सुनिश्चित करेंगे. वरीय कोषागार पदाधिकारी एवं सहायक कोषागार पदाधिकारी को जिले के सभी कार्यालय प्रधान से बायोमैट्रिक में शत-प्रतिशत उपस्थिति दर्ज कराने हेतु कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया.
बता दें कि बालिका गृह में कुल 49 बच्ची आवासित है, जिसमें 45 बच्चों की उपस्थिति कराई गयी. अनुपस्थित बच्चियों के संबंध में बताया गया कि एक बच्ची अररिया कोर्ट गई है तथा एक बच्ची बेगुसराय जिले की है जिसे 06:00 बजे पूर्वाह्न में रिलिज की जा चुकी है. बालिका गृह के वार्डन के द्वारा दो बच्ची के बेथल मिशन स्कूल जाने की सूचना दी. निरीक्षण के क्रम में बच्चों से खान-पान के संबंध में पूछताछ की गई. बच्चों द्वारा खान-पान के संबंध में अपनी संतुष्टि जाहीर की गई. निरीक्षण के दौरान शिकायत मिली थी कि बालिका गृह में महिला चिकित्सक का नियमित विजिट नहीं होता है. मौके पर उपस्थित असैनिक शल्य चिकित्सक-सह-मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी को मामलें में ध्यान देने का निर्देश दिया.